
उज्जैन में चार लोगों ने सनातन धर्म अपना लिया।
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
देश में इन दिनों हिंदुत्व का मुद्दा कहीं न कहीं चर्चा में बना हुआ है। चाहे राजनीति हो या चाहे फिल्म। हिंदू धर्म के विचारों से प्रभावित होकर कई गैर हिंदू सनातन धर्म को अपना रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को उज्जैन में भी चार लोगों ने ईसाई धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया।
संतों का सान्निध्य मनुष्यों को जीने की नई राह दिखाता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण सोमवार को शिप्रा तट दशाश्वमेध घाट (गंगाघाट) स्थित मौनतीर्थ पीठ में देखने को मिला। जब चार ईसाई धर्म के व्यक्तियों ने मौनतीर्थ पीठाधीश्वर और महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज के सान्निध्य में धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपनाया और सनातन धर्म पर चलने का संकल्प लिया। विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ धर्म परिवर्तन का अनुष्ठान हुआ। इस अवसर पर सुधाकरपुरी महाराज, स्वामी सत्यनंद महाराज, श्याम पडियार भी उपस्थित थे।
पॉल बने प्रजापति, पीटर बना प्रदीप
महामंडलेश्वर सुमनानंद जी ने बताया कि सनातन धर्म अपनाने के बाद हेमन्त पॉल अब हेमन्त प्रजापति बने, डेनियल अब रविंद्र कुमार, रमेश मसीह अब अमलेश कुमार और पीटर का नाम अब धर्म प्रदीप कुमार हो गया है। सभी ने महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सुमनानंद जी महाराज एवं उपस्थित साधु संतों का आशीर्वाद लेकर नया जीवन आरंभ किया।
बता दें कि मौनतीर्थ पीठ में सामाजिक समरसता के लिए समय समय पर गतिविधियां संचालित की जाती हैं। शंकराचार्य परिषद बैंगलोर (कर्नाटक) के राष्ट्रीय पार्षद डॉ. विद्यासागर मौनतीर्थ पीठ के सामाजिक समरसता प्रमुख हैं।