
गंदगी के बीच बन रहे थे टोस्ट।
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इंदौर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य वस्तुएं का निर्माण तय मानकों के हिसाब से नहीं हो रहा है और मिलावट भी हो रही है। मिलावटखोरों ने प्रशासन की नजरों से बचने के लिए शहर के बजाए गांवों में कारखाने खोल लिए है। जिस पर अब खाद्य विभाग ने निगरानी शुरू कर दी है। गौतमपुरा के एक टोस्ट कारखाने पर छापा मारकर अफसरों ने 60 किलो टोस्ट जब्त किया, जो गंदगी के बीच तैयार हो रहा था। पुलिस ने कारखाना मालिक के खिलाफ केस भी दर्ज किया हैै।
मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत मिलावटखोरों के विरूद्ध चल रहे अभियान में टीम गौतमपुरा के कैलाश टोस्ट कारखाने पर जांच के लिए पहुंची। जिनके मालिक लालचंद कुमावत पिता कन्हैया लाल है। अफसरों ने देखा कि गंदगी के बीच टोस्ट बन रहे थे। फर्श पर तेल के काले धब्बे थे और टोस्ट बनाने वाली ट्रे में भी गंदगी थी।
प्रतिबंधित सैकरीन भी मिला
अफसरों को जांच के दौरान कारखान में प्रतिबंधित सैकरीन भी मिला। जिसकी मिलावट कर कारखाने में टोस्ट तैयार हो रहे थे। अफसरों ने सैकरीन और टोस्ट के सैपल लेकर जांच के लिए भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे हैै। कारखाने से 60 किलो टोस्ट जब्त कर लिए गए है। इसके अलावा कारखाना मालिक के खिलाफ गौतमपुरा थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।