[ad_1]

MP News: Chief Minister approves Learn-Earn scheme, CM Shivraj said - We are not crutches, giving wings to fly

सीएम शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर वर्ग को साधने में जुटे हुए है। इसके तहत ही शिवराज कैबिनेट ने बुधवार को बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री सीखा-कमाओ योजना को मंजूरी दे दी। इसके लिए बेरोजगार युवाओं को आठ से दस हजार रुपये प्रतिमाह काम सीखने के दौरान दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता देना बेमानी है। इस वजह से हम बैसाखी नहीं बल्कि उड़ने के लिए पंख दे रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बताया कि बेरोजगार बेटे-बेटियों के लिए एक नई योजना सीखो-कमाओ को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इस योजना में काम सीखने के बदले पैसा दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि इस योजना के तहत 12वीं, आईटीआई, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट पात्र होंगे। 

यह है पात्रता की शर्तें 

योजना के तहत सरकार ने एक लाख बेरोजगारों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। यदि इससे ज्यादा भी बेरोजगार युवा आते हैं तो उन्हें शामिल किया जाएगा। इसमें एक पोर्टल पर युवाओं को रजिस्ट्रेशन करना होगा। साथ ही अपने एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के दस्तावेज, समग्र आईडी, स्थाई निवासी प्रमाण पत्र समेत अन्य जानकारी अपलोड करनी होगी। योजना की पात्रता के लिए मध्य प्रदेश का निवासी होना जरूरी है। आयु 18 से 29 वर्ष और न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता 12वीं पास या आईटीआई जरूरी है। 

700 अलग-अलग काम चिह्नित 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि हमने अलग-अलग तरह के कामों की लिस्ट तैयार की है। इसमें इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रेवल, अस्पताल, रेलवे, आईटीआई, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बैकिंग, बीमा, लेखा, चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य वित्तीय सेवाओं के 700 काम बच्चों को सिखाए जाएंगे। यह काम किसी संस्था, कंपनी, फैक्ट्री, अस्पताल में सिखाए जाएंगे। इस दौरान बच्चों के खातों में सीधे पैसा ट्रांसफर किया जाएगा।  

आठ से दस हजार रुपये दिए जाएंगे 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 12वीं या उससे कम पढ़े-लिखे होने पर आठ हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। आईटीआई पास करने वाले को आठ हजार 500 रुपये, डिप्लोमा करने वाले को नौ हजार रुपये और डिग्री या उससे अधिक की पढ़ाई करने वाले को दस हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। काम सीखने के बाद बच्चे रोजगार वहीं पा सकेंगे। इन बच्चों को स्वरोजगार में भी मदद की जाएगी। 

 

1 अगस्त से काम करेंगे शुरू 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि सात जून से काम सिखाने वाले प्रतिष्ठानों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। इसके बाद 15 जून से बच्चों का रजिस्ट्रेशन होगा। 15 जुलाई से मार्केट में बच्चों का प्लेसमेंट शुरू हो जाएगा। 30 जुलाई तक प्रतिष्ठानों से अनुबंध ऑनलाइन हो जाएगा। एक अगस्त से बच्चे काम करना प्रारंभ कर देंगे।    

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *