
विश्वास सारंग ने उन्हें बंटाढार कहा है।
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कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। एक दिन पहले दिग्विजय सिंह ने कहा था कि हिंदुत्व कोई धर्म नहीं है और वह सनातन धर्म में विश्वास करते है। इस पर भाजपा नेताओं ने उन पर एक के बाद एक हमले किए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह हिंदू-देवी देताओं का अपमान करते हैं। वहीं, इस मामले पर पूर्व सीएम कमलननाथ ने कहा कि कर्नाटक चुनाव से बुरी तरह हारने के कारण भाजपा नेता अपना संतुलन खो बैठे हैं।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह अल्पज्ञानी है। वह धर्म का विध्वंस करते है। हिंदू-देवी देवताओं का अपमान करते है। सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह भगवा आतंकवाद जैसी शब्दावली को पूरे विश्व में प्रचारित करने का काम करते है। वह आदि अनादि काल से विध्नसंतोषी हुए है। जिन्होंने देवी-देवताओं के यज्ञों में विध्न डाला। इस समय ऐसे लोगों को दिग्विजय कहा जाता है।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह खुद हिंदू नहीं हैं तो क्या हिंदुत्व सिखाएंगे। दिग्विजय सिंह ने हिंदू और सनातन की व्याख्या तो कर दी। उनको आतंकवादियों और इस्लाम पर भी व्याख्या करना चाहिए। जिस तरह सनातन धर्म की व्याख्या कर रहे हो, वैसी व्याख्या किसी दूसरे धर्म के लिए करते तो आपके तन पर कपड़े तक नहीं होते।
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि जाकिर नाइक जैसे देश विरोधी काम करने वाले लोगों को समर्थन देने के पीछे कांग्रेस है। जिसमें दिग्विजय सिंह जैसे लोग कहते है कि हम हिंदुत्व के विरोधी है। उन्होंने कहा कि केवल वोट की राजनीति करने वाले मुस्लिम नाराज ना हो जाए तो राम के अस्तित्व को नकारते रहे। इस प्रकार का दोगला चरित्र भारत के इतिहास में नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि 2003 के चुनाव में मिस्टर बंटाधार ने मध्य प्रदेश को डूबो कर बीमारू राज्य बना दिया था।
इस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि कर्नाटक चुनाव की बुरी तरह हार के बाद भाजपा के नेता अपना संतुलन खो बैठे है। मध्य प्रदेश में 18 साल की सरकार ने कोई काम नहीं किया। इसलिए अब चुनाव से पहले मध्य प्रदेश भाजपा के नेता एक से बढ़कर एक असंगत बयान दे रहे हैं। इन बयानों का मसकद सिर्फ और सिर्फ जनता का ध्यान भटकाना है।