MP News: Senior officer had invested in the name of Hema Meena! Income tax will tighten after Lokayukta

हेमा मीणा
– फोटो : अमर उजाला

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मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की जिस प्रभारी सहायक यंत्री हेमा मीणा के तीन ठिकानों पर मप्र लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापेमार कर 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा किया था, उस उसकी जांच धीमी पड़ती नजर आ रही है। पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में तीन बार संविदा पर नियुक्त हुई हेमा मीणा वर्तमान में सेवा वृद्धि पर चल रही थी। उसे उप यंत्री पर भर्ती किया गया था, लेकिन अधिकारियों की चहेती होने के कारण उसे प्रभारी सहायक यंत्री का प्रभार दिया गया था। हालांकि, छापे के बाद उसकी सेवा समाप्त कर दी है।  मामले में अब आयकर विभाग दखल देगा। माना जा रहा है कि हेमा मीणा के पास मिली जायदाद उसकी न होकर किसी अधिकारी द्वारा उसके नाम से किया गया निवेश है।

पांच बैंक खातों की जानकारी मांगी

लोकायुक्त पुलिस ने हेमा मीणा के पांच बैंक खातों की जानकारी बैंक से मांगी है। बैंक में किस व्यक्ति की पहचान से हेमा मीणा का खाता खुला है, यह जानकारी भी मांगी गई। तीन बैंक खाते एसबीआई में हैं, जिसकी जानकारी बैंक के मुख्यालय से आने में देरी हो रही है। लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि बैंकों को पत्र भेजे गए हैं, लेकिन बैंक शाखा संबंधी जानकारी नहीं मिली है।

बंगले व फार्म हाउस के फुटेज जब्त

वहीं, बिलखिरिया स्थित हेमा मीणा के पिता के नाम पर बने 20 हजार वर्गफीट में एक करोड़ के बंगले और विदिशा जिले में स्थित एक फार्म हाउस के सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए हैं। बुधवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम विदिशा के देवराजपुर में स्थित फार्महाउस और वेयरहाउस का निरीक्षण कर वहां से भी सीसीटीवी फुटेज जब्त किए हैं। इन फुटेज में पुलिस विभाग के एक-दो अधिकारियों के आने-जाने का पता चला है। हालांकि, पुराने फुटेज डिलीट हैं।

एक वरिष्ठ आईपीएस से होती थी लंबी बात

हेमा मीणा इंजीनियर के साथ शातिर भी बताई जाती है। उसने अपने नाम बहुत कम सब पिता के नाम पर संपत्तियां खरीदी हैं। लोकायुक्त पुलिस को अब तक की जांच में कई स्थानों पर ऐसे संकेत मिले हैं कि हेमा के नाम से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी की काली कमाई का निवेश है। हेमा की कॉल डिटेल में दो जोन के आईजी रह चुके एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की लंबी बातचीत और पुलिस लिखी गाड़ियां बंगले और फार्म हाउस में आने से लोकायुक्त पुलिस मान रही है कि किसी बड़े अधिकारी ने हेमा के नाम पर निवेश किया है। हालांकि, लोकायुक्त पुलिस को कुछ साक्ष्य नहीं मिल रहे, जिससे वह आगे की जांच करे।

प्रोजेक्ट्स जांच की जद में 

लोकायुक्त के अधिकारियों ने बताया कि हेमा मीणा के खिलाफ जांच तेजी से की जा रही है। सात करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा होने के बाद यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि हेमा मीणा पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की किन प्रोजेक्ट की प्रभारी रही है या रह चुकी है, इसकी जानकारी मांगी है, ताकि यह पता चले कि वहां क्या कार्य हुआ है। सूत्रों की मानें तो सात करोड़ की संपत्ति का खुलासा होने के बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने भी हेमा की संपत्तियों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।



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