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मध्यप्रदेश के कटनी जिले के बरही महाविद्यालय प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगे हैं। छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में गर्ल्स कॉमन रूम में कैमरे लगे हैं और प्राचार्य उन्हें कपड़े बदलते देखते हैं। मामले की जांच के लिए कलेक्टर ने टीम बनाई है, जिसने मंगलवार को 150 लोगों के बयान लिए हैं और आरोपों में सत्यता पाते हुए प्राचार्य के तबादले की अनुशंसा की। अवि प्रसाद ने अतिरिक्त संचालक जबलपुर को मामले में कार्रवाई के लिए लिखा है। पत्र में प्राचार्य को हटाने की मंशा जाहिर की है।
बता दें कि मामला मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट से उठा था। कुछ दिनों पहले बड़ी संख्या में कॉलेज छात्राओं ने विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक से मिलकर कॉलेज के प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि प्राचार्य डॉ आरके वर्मा द्वारा कॉमन रूम में सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे हैं, गर्ल्स जब कपड़े बदलने जाती हैं तो वे अपने मोबाइल में वीडियो देखते हैं। यही नहीं उन्हें गलत नीयत से टच करते हैं।
दरअसल पूरा वाकया बीते कुछ दिनों का बताया गया जहां विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक अधिकारी-कर्मचारियों के साथ गेस्ट हाउस में विजयराघवगढ़ महोत्सव को लेकर बैठक ले रहे थे। इसी दौरान शासकीय कॉलेज बरही के प्राचार्य डॉक्टर आरके वर्मा भी उनके साथ मौजूद थे।
कार्यक्रम के बीच में कॉलेज की छात्राओं ने विधायक संजय पाठक से मिलकर प्राचार्य डॉ. आरके वर्मा की लिखित और मौखिक शिकायत करते हुए अपनी आपबीती बताई। उन्होंने बताया लड़कियां कपड़े बदलती हैं तो सर के मोबाइल में सब दिखता है। गर्ल्स कॉमन रूम में कैमरे लगाए हैं। कोई बड़ा आयोजन होता है तो छात्राएं यहां पर कपड़े बदलती हैं। ऐसे कमरों में सीसीटीवी कैमरे भी बंद नहीं किए जाते। प्राचार्य लड़कियों के कपड़े बदलते देखते हैं। बच्चियों की बात सुनकर विधायक संजय पाठक ने उखड़ गए और प्राचार्य को काट डालने की धमकी दे डाली।
हालांकि उनके द्वारा पूरे मामले सफाई देते हुए कहा गया कि सभी छात्राएं मेरी बेटी की उम्र की हैं। उनकी इज्जत पर बात आई तो मैं आवेश-वश काटने की बात कह गया। आगे विधायक पाठक ने कहा कि मेरे संज्ञान में अभी तक नहीं आया कि दिग्विजय सिंह जी से किसी ने शिकायत की है। हां मुझे शिकायत मिली थी, जिस पर मेरे द्वारा सीएम शिवराज को अवगत कराते हुए प्राचार्य को हटाने के साथ ही कठोर कार्रवाई की मांग की है। इसके बाद कलेक्टर ने जांच टीम भी गठित की गई है।
बता दें कलेक्टर अवि प्रसाद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तिलक राष्ट्रीय कॉलेज की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात के नेतृत्व में 5 सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी। जांच दल ने मंगलवार सुबह ही 11 बजे से शाम 5 बजे तक बरही महाविद्यालय पहुंचकर मौके से तकरीबन 150 लोगों के बयान लिए हैं, वहीं कॉमन रूम में सीसीटीवी कैमरे वाली बात भी सच पाई गई। जांच टीम से मिली रिपोर्ट का हवाला देते हुए कलेक्टर अवि प्रसाद ने भी आगे की कार्रवाई के लिए अतिरिक्त संचालक जबलपुर को पत्र लिखते हुए बरही महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरके वर्मा को तत्काल प्रभाव से अन्यत्र पदस्थ करने की बात लिखी है। देखा जाए तो विधायक संजय पाठक के अनुसार दोषी प्राचार्य पर हटाने की बात अब सच साबित होते नजर आ रही है।