फूटो-20-उरई स्टेशन पर लगा ग्लोसाइन बोर्ड। संवादसंवाद न्यूज एजेंसी

उरई। उरई रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक ग्लो साइन बोर्ड लगना शुरू हो गए हैं। फिलहाल 20 ग्लोसाइन बोर्ड लग गए हैं। आगे जरूरत पड़ने पर और ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाएंगे। यह बोर्ड दिन के अलावा रात में यात्रियों के मार्गदर्शक बनकर काम करेंगे। यात्रियों को किसी आफिस या प्लेटफार्म पर जाने के लिए किसी से पूछना नहीं पड़ेगा। ग्लोसाइन बोर्ड की मदद से यात्री अपनी इच्छित जगह पर पहुंच जाएगा।

रेलवे सभी स्टेशनों पर एकरूपता लाने के लिए एक रंग के ग्लोसाइन बोर्ड लगा रहा है। उरई स्टेशन पर गुलाबी रंग के ग्लोसाइन बोर्ड लगने के साथ ही इसकी शुरूआत हो गई। मंडल में उरई पहला स्टेशन है, जहां इस तरह के बोर्ड लगाए जा रहे हैं।

यह बोर्ड यात्रियों के मागदर्शक बनकर काम करेंगे। यात्रियों को किसी से नहीं पूछना पड़ेगा कि प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर किस तरह जाएंगे। पूछताछ काउंटर या स्टेशन मास्टर का ऑफिस कहां पर है। मालगोदाम जाने का रास्ता किस तरफ से है। वाटरबूथ कहां बना है। इसके अलावा दिव्यांग रैंप, निकासी द्वार, प्रतीक्षालय, टिकट विंडो के अलग अलग ग्लोसाइन बोर्ड लगाए गए हैं। बता दें कि उरई स्टेशन पर लंबे अरसे से ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाने की मांग की जा रही थी।

इस बाबत झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि झांसी मंडल के झांसी, ग्वालियर, मुरैना, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, मानिकपुर, दतिया, डबरा जैसे स्टेशनों पर ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाने हैं। इसकी शुरूआत उरई से की गई है। पूरे मंडल में कुल 265 ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाने हैं। उरई में फिलहाल बीस ग्लोसाइन बोर्ड लगा दिए गए हैं।

अब इसी तर्ज पर अन्य स्टेशनों पर ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाने हैं। इन बोर्ड को लगाने का जिम्मा रेलवे के बिजली विभाग को दिया गया है। कार्यदाई संस्था प्रकाश कंपनी झांसी की नामित की गई है। उरई स्टेशन पर साठ से सत्तर हजार की लागत से बोर्ड लगाए गए हैं।



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