
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है
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वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग ही नहीं, बल्कि पूरे विवादित स्थल का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से वैज्ञानिक पद्धति से जांच कराने की मांग अब अदालत से की जाएगी। इसके लिए मंगलवार को जिला जज की अदालत में याचिका दाखिल की जाएगी। इसी सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सोमवार की रात वाराणसी आए हैं। वह छह याचिकाकर्ताओं की तरफ से सर्वे की गुहार लगाएंगे।
वाराणसी आए अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने अमर उजाला संवाददाता से विशेष बात की और कहा कि सनातन हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले सभी लोग यह चाहते हैं कि हमारे आराध्य आदि विश्वेश्वर से जुड़ा ज्ञानवापी का सच सामने आए। सबको यह मालूम होना चाहिए कि ज्ञानवापी में आदि विश्वेश्वर का मंदिर कब बना था?
हमारे धर्मस्थलों को विदेशी आक्रांताओं ने तलवार के बल पर उजाड़ा था
कहा कि इसके लिए अब हम अदालत से पूरे विवादित स्थल की कार्बन डेटिंग और ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से सर्वे कराने की मांग करेंगे। अधिवक्ता ने कहा कि अनादि काल से हमारी आस्था के केंद्र रहे हमारे धर्मस्थलों को विदेशी आक्रांताओं ने तलवार के बल पर उजाड़ा था।
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