class="post-template-default single single-post postid-2828 single-format-standard wp-custom-logo wp-embed-responsive jps-theme-newsup ta-hide-date-author-in-list" >


मुगलमार्ग हाईवे से टैंकर लहराते हुए निकला तो उसे देखकर लोग बोले कि यह चालक किसी का काल बनेगा। कुछ देर बाद ही ग्रामीणों में खबर लगी कि टैंकर चालक ने बड़ा हादसा कर दिया है। ऑटो सवारों के लिए टैंकर यमदूत बनकर गुजरा। टैंकर की टक्कर से ऑटो सवार 10 लोगों की जान चली गई।

फतेहपुर जिले के जहानाबाद थाने के चिल्ली मोड़ के पास खास आबादी नहीं है। यहां गांव वालों के खेत हैं। लोग खेत से दोपहर को लौट रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी ज्ञानेंद्र, उमेश, अनिल, राधेलाल ने बताया कि चालक टैंकर को पूरी रोड में लहराते जा रहा था। उन लोगों ने टैंकर को करीब हादसे से पहले आधा किलोमीटर दूर देखा था। टैंकर चालक नशे में समझ आ रहा था। उसे देखकर वह लोग भी रोड से नीचे उतर गए थे। वह पूरी रोड में एक साइड से दूसरी ओर पहुंच जा रहा था। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि किसी न किसी के लिए टैंकर का चालक काल साबित होगा। चालक हादसा स्थल से आगे फतेहपुर कानपुर सीमा के पहले महाविद्यालय के पास टैंकर छोड़कर चालक भाग निकला।



माता- पिता से 15 दिन बाद मिलने वाली थी प्रांशी

जहानाबाद हादसे में दिवंगत अनिल के परिवार में अब सिर्फ दो बेटियां ही बची हैं। छोटी बेटी प्रांशी (8) चाचा राजेश के साथ सगाई कार्यक्रम में सोमवार शाम को इटावा से जहानाबाद पहुंच गई थी। यहां उसे कई दिनों बाद मां, पिता, भाई, बहन से मंगलवार को सगाई कार्यक्रम में मिलना था। वह मम्मी, पापा के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। बदनसीबी से मां, पिता और भाई, बहनों के शव देखने को मिले। यह देखकर प्रांशी बदहवास हो गई। दिवंगत अनिल की एक बड़ी बेटी पायल (12) है। परिजनों ने बताया कि दिवंगत अपने बड़े भाई सतीश के पुत्र राहुल की शादी में एक पखवाड़े पहले लखनऊ परिवार समेत गया था। वहां से ससुर बहादुर के साथ मूसानगर लौटा था। इधर, दिवंगत के दूसरे भाई सुरेश के पुत्र शिवा की सगाई सोमवार को जहानाबाद में लाला की बेटी के साथ होनी थी। इस कार्यक्रम में परिवार के अधिकांश लोगों को शामिल होने पहुंचना था।


राहगीरों के कदम रुके, परिजनों की चीत्कार से गूंजा इलाका

हादसा देखकर राहगीरों के कदम रुक गए। आसपास गांव के लोगों की भीड़ लग गई। हाईवे पर भीड़ जमा हो गई। पल्लवी (7), लव (छह माह), सौम्या (5) के शवों को देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं। ऑटो के अंदर ही चालक अर्जुन सैनी का शव दबा था। मासूम लव का शव ऑटो के दूसरी ओर पड़ा था। एक ओर पल्लवी खून से लथपथ पड़ी थी। हादसे में इलाज दौरान दम तोड़ने वाली सौम्या को भी लोग मृत मान चुके थे। हादसे के बाद जहानाबाद में मौजूद दिवंगत अनिल की बहन मंजू व अन्य परिजन पहुंचे। परिजनों की करुण चीत्कार से इलाका गूंज उठा। हादसे ने लोगों के दिलों को झकझोर दिया। सगाई वाले परिवार के मुखिया लाला ने बताया कि वह लोग मूलरूप से घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले हैं। कई साल से जहानाबाद में रहते हैं। हादसे में उनके परिवार के रिश्तेदारों की जान चली गई है। इसी वजह से सगाई कार्यक्रम नहीं करेंगे। लाला ने बताया कि दिवंगत अनिल के ससुर बहादुर उसके मामा हैं। वह अनिल के घर नया रिश्ता कर पुरानी रिश्तेदारी को नए रिश्ते में बदलना चाहते हैं।


भाई बोला, अनिल से दोपहर को हुई थी बात

हादसे में दिवंगत अनिल के भाई राजेश ने बताया कि वह अनिल की बेटी प्रांशी को साथ लेकर सोमवार की शाम जहानाबाद पहुंचा था। अनिल की बड़ी बेटी पायल इटावा में ही रुकी थी। प्रांशी ने सुबह पापा अनिल से बातचीत कराने के लिए बोला था। इस पर प्रांशी की अनिल से मोबाइल पर बात कराई। इसके बाद उसने भी अनिल से बातचीत की। अनिल से मोबाइल पर पूछा था कि वह लोग कितने बजे तक सगाई में आ रहे हैं। अनिल बोला था कि दोपहर तक पहुंच जाएंगे।


चार थानों का पहुंचा फोर्स, हटवाए शव

घटना की सूचना पर आसपास के कल्यानपुर, बकेवर, बिंदकी, औंग थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। मृतकों के करीब 15 मिनट के अंदर एंबुलेंस में शव लादकर मौके से हटवा दिए। पांच शवों को सीएचसी में रखवाया गया, बाकी चार शव फतेहपुर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिए। मौके पर जाम की स्थिति नहीं बन सकी। लोगों की भीड़ से जरूर कुछ देर लिए यातायात प्रभावित हुआ।




Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *