झांसी। नगर निगम सदन में भाजपा पिछली बार के मुकाबले इस बार अधिक मजबूत बनकर पहुंची है। जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा कम हो गया। सदन में सबसे अधिक पार्षद होने से भाजपा को सबसे अधिक फायदा होगा। अपने 38 पार्षदों की मदद से अब न सिर्फ बारह सदस्यीय कार्यकारिणी में भाजपा का सिक्का चलेगा जबकि उपसभापति पद भी पूरे पांच उसके ही कब्जे में रहने की उम्मीद है।

इस बार सबसे अधिक नुकसान सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दलों को उठाना पड़ा। सदन में सपा का कोई भी पार्षद नहीं पहुंच सका जबकि बसपा को चार एवं कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। आम आदमी पार्टी अपनी इकलौती सीट बचाने में कामयाब रही। एआईएमआईएम ने भी तीन सीटों में तगड़ी टक्कर दी हालांकि उसे दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।

अगले पांच साल तक मिनी सदन के भीतर भाजपा का जबर्दस्त दबदबा रहेगा। महानगर की 60 सीटों में 38 भाजपा उम्मीदवारों के खाते में गई। सदन के भीतर हमेशा से निर्दलीय मजबूत रहते थे लेकिन, इस दफा महज 10 निर्दलीय पार्षद ही जीत कर पहुंचे हैं। सदन में भाजपा पार्षदों के दबदबे के चलते पांच साल तक महापौर बिना किसी विवाद के आसानी से सदन चला सकेेंगे। वहीं, 12 सदस्यों की कार्यकारिणी में सबसे अधिक भाजपा पार्षदों के चुने जाने का रास्ता साफ हो गया। इसी तरह उपसभापति पद भी भाजपा के पास पांच साल रहने की उम्मीद है। पिछले सदन में निर्दलीय पार्षद समेत बसपा एवं सपा की तगड़ी मौजूदगी थी। इस वजह से विपक्षी एका के जरिए सदन में भाजपा को चुनौती मिलती थी लेकिन, इस दफा विपक्ष पूरी तरह बिखरा रहेगा।

मिनी सदन के भीतर दलगत स्थिति

दल 2017 2023

भाजपा 21 38

बसपा 11 7

कांग्रेस 6 4

आप 1 1

सपा 3 0

निर्दलीय 17 10



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