अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। ट्रेनों में चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं हैं। लेकिन रेलवे पुलिस द्वारा इन वारदातों के खुलासे के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। रिपोर्ट भर दर्ज कर पीड़ितों को चलता कर दिया जाता है। ऐसे में लोग ट्रेनों में असुरक्षित माहौल में यात्रा करने को मजबूर बने हुए हैं।
रेल प्रशासन के यात्रियों की सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे और वादों के बीच ट्रेन का सफर सुरक्षित नहीं रह गया है। खासतौर पर आए दिन चोरी की वारदातें सामने आ रही हैं। इसी माह बदमाश दो अलग-अलग ट्रेनों में यात्रियों के 20 लाख रुपये के माल पर हाथ साफ कर चुके हैं। इनमें से एक यात्री तो परिवार के साथ ट्रेन के एसी कोच में सवार था। इससे पहले भी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज की, परंतु बदमाशों को अब तक नहीं पकड़ पाई।
हाल ही में यह घटनाएं आ चुकी हैं सामने…
– पांच मई को पठानकोट एक्सप्रेस के एसी कोच में परिवार के साथ फरीदाबाद से मुंबई जा रही महिला अनीता गुप्ता के पर्स से बदमाश तकरीबन 16 लाख रुपये के आभूषण, नकदी व मोबाइल फोन चोरी कर ले गए थे। उनका खाली पर्स कोच की टॉयलेट में पड़ा मिला था। घटना को लेकर महिला ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसके जरिये पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है।
– आठ मई को झांसी निवासी घनश्याम 02200 स्पेशल ट्रेन में सवार होकर ग्वालियर से झांसी के लिए सफर कर रहे थे। इसी दरम्यान बदमाशों ने उनका बैग उड़ा दिया था, जिसमें साढ़े तीन लाख रुपये कीमत के आभूषण व 50 हजार रुपये नकद रखे हुए थे।
– दो महीने पहले ग्वालियर से कानपुर जा रहीं कानपुर निवासी दीक्षा गुप्ता के बैग से बदमाशों ने साढ़े तीन लाख रुपये कीमत के आभूषण चोरी कर लिए थे। इस घटना से दुखी होकर महिला ने वीडियो जारी किया था। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई थी।
– 15 मार्च को बांदा के नरैनी में रहने वाली महिला कायनात झांसी से अपनी बहन की बेटी की शादी में शामिल होकर वापस ट्रेन से लौट रहीं थीं। वह चंबल एक्सप्रेस के जनरल कोच में परिवार के साथ यात्रा कर रहीं थीं। इसी बीच बर्थ के नीचे की पीछे से जाली काटकर उनके बैग में रखा दो तोले का सोने का हार एवं 300 ग्राम वजन की चांदी की बाजूबंद व पायल चोरों ने उड़ा दी थी।
खुलासे के लिए अब बनाई गईं दो टीमें
झांसी। महिला यात्री के ट्रेन से 16 लाख रुपये के जेवर चोरी होने की घटना के बाद जीआरपी एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होंने घटनाओं के खुलासे के लिए दो टीमों का गठन किया है। अधीनस्थों को घटनाओं का जल्द अनावरण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा ट्रेनों व प्लेटफार्म पर घूमने वाले अवैध वेंडरों की धरपकड़ के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।