झांसी। ईवीएम मशीनों से निकले वोटों ने सभी दलों के राजनीतिक दिग्गजों की पोल खोलकर रख दी। दिग्गज अपने वार्ड में ही पार्टी उम्मीदवार को जिताने में कामयाब नहीं हुए। इस मामले में भाजपा, कांग्रेस, सपा एवं बसपा समेत सभी दलों के दिग्गजों का एक सा ही हाल है।
हालांकि सबसे ज्यादा भद भाजपा नेताओं की ही पिटी। टिकट न मिलने से खफा निवर्तमान भाजपा पार्षद लखन कुशवाहा ने वीआईपी माने जाने वाले वार्ड संख्या 53 खंडेराव गेट से ताल ठोकी। इसी वार्ड में सदर विधायक रवि शर्मा, एमएलसी बाबू लाल तिवारी, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, पूर्व मंत्री रविंद्र शुक्ला समेत सांसद का आवास है। इसी वार्ड में भाजपा महानगर का कार्यालय है। यह भाजपा की परांपरागत सीट है। इस वजह से भाजपा ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया लेकिन, इसके बावजूद यह सभी नेता अपने उम्मीदवार को नहीं जिता सके।
यहां से निर्दलीय उम्मीदवार लखन कुशवाहा भाजपा उम्मीदवार को 130 वोटों से पटखनी देने में कामयाब रहे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बृजलाल खाबरी का घर डडियापुरा में है। डडियापुरा द्वितीय में कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद्र दोहरे महज 84 वोट ही हासिल कर सके जबकि डडियापुरा प्रथम में कांग्रेस उम्मीदवार इंदिरा रायकवार महज 187 वोट हासिल कर सकीं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के वार्ड से मोनिका गुप्ता भाजपा का परचम लहाराने में कामयाब रहीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य का घर वार्ड नंबर 58 गुसाईपुरा में है लेकिन, यहां भी भाजपा के मुकेश सोनी ने कांग्रेस के वैभव भट्टा को 738 वोट से धूल चटा दी। कांग्रेस नेता डमडम व्यास भी अपने वार्ड से कांग्रेस उम्मीदवार नहीं जिता सके। यही हाल सपा नेताओं का रहा। पूर्व सांसद चंद्रपाल यादव का घर वार्ड संख्या 43 नानकगंज में है।
यहां से सपा उम्मीदवार विकास चौरसिया को महज 161 वोट मिले। सपा के दिग्गज नेता के वार्ड से भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप दूसरी बार जीत हासिल करने में कामयाब रहे। सपा जिलाध्यक्ष तनवीर आलम वार्ड संख्या 24 से वोटर हैं लेकिन, उनके वार्ड में सपा की हालत काफी पतली रही। यहां सपा उम्मीदवार जगदीश वर्मा को महज 728 वोट हासिल हुए। बसपा जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार का घर वार्ड संख्या 51 सिविल लाइंस में है रहते हैं लेकिन, यहां बसपा को अपना उम्मीदवार तक नहीं मिला।