झांसी। जनता को भाजपा का ट्रिपल इंजन सरकार वाला फॉर्मूला भा गया। गाजियाबाद के बाद प्रदेश में झांसी में बीजेपी के मेयर प्रत्याशी को सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत प्राप्त हुआ। 17 में से चार नगर निगमों में तो बीजेपी प्रत्याशी को 50 फीसदी या इससे अधिक वोट प्रतिशत मिला।

शाहजहांपुर नगर निगम बनने के बाद प्रदेश में इस बार 17 मेयर की सीटों पर चुनाव हुआ। सभी सीटों पर भाजपा के ही महापौर चुनाव जीते हैं। मगर गाजियाबाद से बीजेपी की मेयर चुनी गईं सुनीता दयाल को प्रदेश में सर्वाधिक 58.12 प्रतिशत वोट मिला। जबकि, झांसी के मेयर बने भाजपा के बिहारी लाल आर्य को 57.15 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। वृंदावन-मथुरा सीट से मेयर चुने गए बीजेपी के विनोद कुमार अग्रवाल 52.6 प्रतिशत वोट पाकर तीसरे पायदान पर रहे। वहीं, आगरा की मेयर बनीं हेमलता दिवाकर को 50.87 प्रतिशत वोट मिले। हालांकि, इन चारों के अलावा किसी को भी 50 प्रतिशत या इससे अधिक वोट नहीं मिले। वहीं, झांसी में भाजपा के 38 पार्षद चुने गए हैं और पार्टी को पूर्ण बोर्ड भी प्राप्त हो गया है। अब तक के नगर निगम चुनाव में पहली बार किसी पार्टी को पूर्ण बोर्ड मिला है। भाजपा ने विकास कार्यों को केंद्र में रखकर जनता के सामने ट्रिपल इंजन सरकार बनाने का फॉर्मूला रखा था। ऐसे में ये आंकड़े साफ बयां कर रहे हैं कि झांसी की जनता को सत्ताधारी पार्टी का ये फॉर्मूला भा गया है।

झांसी में मेयर की अब तक की सबसे बड़ी जीत

झांसी में नगर निगम बनने के बाद इस बार चौथी बार चुनाव हुआ। 2007 में हुए चुनाव के दौरान मेयर चुने गए कांग्रेस के बी लाल करीब चालीस हजार वोटों से विजयी हुए थे। इसके बाद 2012 में बीजेपी प्रत्याशी किरण वर्मा 26900 वोटों से चुनाव जीतकर मेयर बनीं। फिर 2017 में भाजपा ने लगातार दूसरी बार मेयर की सीट जीती और रामतीर्थ सिंघल 16373 वोटों से विजयी हुए। अब 2023 में भी महापौर की सीट जीतकर भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगाई है। बीजेपी के बिहारी लाल आर्य 83,587 वोटों से चुनाव जीते हैं। झांसी मेयर की ये अब तक की सबसे बड़ी जीत है। यहां तक कि 2022 में सदर विधानसभा से विधायक बने रवि शर्मा भी करीब 77000 वोटों से चुनाव जीते थे।



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