
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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बालाघाट जिले के पेसा एक्ट लागू किये जाने के खिलाफ नक्सलियों ने पोस्टर लगाये हैं। नक्सलियों ने केन्द्र व राज्य सरकार को चोर बताया है। पुलिस ने दो बैनर जब्त किए हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ में हुए नक्सली हमले में बाद से मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट, मंडला तथा डिंडौरी जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई थी। इसके बावजूद बालाघाट में नक्सलियों ने बंजारी से उकवा के जंगल में सड़क किनारे दो पोस्टर बांधकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। पोस्टर में राष्टपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख किया गया है।
पोस्टर में पेसा एक्ट का विरोध करते हुए सोनावानी अभ्यारण का उल्लेख करते हुए कहा इससे 742 गांव के लोग विस्थापित होंगे। इस विषय को छुपाकर मुख्यमंत्री विकास का लोभ दे रहे हैं। जनता चुप नहीं बैठेगी और मुख्यमंत्री की नीतियों का विरोध तेज किया जायेगा।
पुलिस अधीक्षक बालाघाट सौरभ सुमन का कहना है वर्तमान समय तेंदुपत्ता तुडाई का है। ठेकेदारों से आर्थिक मदद लेने के लिए नक्सली तेंदुपत्ता में आग लगाते है या इस तरफ से बैनर लगाते है। तेंदुपत्त तोडने का कार्य व उसके परिवाहन पुलिस की निगरानी में किया जायेगा।