
भोपाल न्यूज
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30 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की संविदा सब इंजीनियर हेमा मीणा के बंगले और निवास पर मिली संपत्ति की जांच जहां लोकायुक्त पुलिस कर रही है, वहीं शुक्रवार को पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन ने हेमा मीणा की सेवा समाप्त कर दी। हेमा काली कमाई की कुबेर मानी जा रही है, लेकिन लोकायुक्त पुलिस जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ा रही है, उसे कुछ और ही लगने लगा है। लोकायुक्त पुलिस को अब तक की जांच में यह आभास हो गया है कि हेमा मीणा, नहीं किसी वरिष्ठ अधिकारी ने उसके नाम पर अपनी संपत्ति का निवेश किया है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस महकमे के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने ही हेमा मीणा के नाम से काली कमाई को छिपाया है। हालांकि, अब लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। इधर शुक्रवार को भी लोकायुक्त पुलिस की टीम बिलखिरिया स्थित हेमा मीणा के पिता के नाम पर दर्ज 20 हजार वर्गफीट प्लॉट में बने आलीशान बंगले में संपत्तियों के आंकलन में जुटी रही। लोकायुक्त छापा पड़ने के बाद कल पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष कैलाश मकवाना ने अधिकारियों को सिविल सेवा के आचरण का पालन करने के निर्देश दिए थे। मकवाना के निर्देश पर पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक उपेंद्र जैन ने हेमा मीणा की सेवा समाप्त करने संबंधी आदेश जारी कर दिए।
अभी सेवा वृद्धि पर थी मीणा
हेमा मीणा पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की पहली संविदा सब इंजीनियर/अधिकारी हैं, जिन्हें कार्पोरेशन में तीन बार नौकरी दी गई। मीणा नौकरी छोड़ती गई, लेकिन पुलिस के अधिकारी उसे बार-बार संविदा नियुक्ति देते गए। वर्तमान में वह संविदा सेवा वृद्धि पाकर कार्यरत थी।
मेहरबानी ऐसी कि तीन बार दी संविदा नियुक्ति
हेमा मीणा पर पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के अधिकारी ऐसे मेहरबान रहे कि तीन बार संविदा की नौकरी छोड़ी या संविदा अवधि पूरी हुई तो उसे बार बार नियुक्ति मिलती चली गई। 13 वर्ष की नौकरी में हेमा मीणा ने दो बार इस्तीफा दिया, लेकिन बार-बार उसे नियुक्ति मिलती रही। मीणा को पहली बार 28-12-2010 को मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में संविदा पर सब इंजीनियर की नौकरी मिली थी। 1 जनवरी 2011 को पद संभाला और 31-5-2011 को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 21 फरवरी 2013 को दूसरी बार संविदा नियुक्ति का आदेश जारी किया गया। 22 फरवरी को मीणा ने नौकरी ज्वाइन की, लेकिन डेढ़ वर्ष बाद उसने जुलाई 2015 में नौकरी छोड़ दी। तीसरी बार एक नवंबर 2016 को हेमा मीणा को फिर से संविदा सब इंजीनियर के पद नियुक्ति दी गई। नवंबर 2017 में हेमा को प्रभारी सहायक यंत्री का प्रभार सौंपा गया। उसकी संविदा अवधि मई 2020 में समाप्त होनी थी, लेकिन उसको 31 अक्टूबर 2023 तक का सेवा विस्तार दे दिया गया है।