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ललितपुर। प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायत का डिजिटलाइजेशन कराने के लिए बड़ा बजट खर्च कर दिया। ग्रामीणों को गांव में ही सरकारी प्रमाणपत्र और अन्य सुविधाओं का लाभ देने के लिए कंप्यूटर खरीद लिए गए। प्रिंटर मंगा लिया गया, स्कैनर भी आ गया, लेकिन जब इंटरनेट लगाने की बारी आई, तो पता चला कि पंचायत भवन में बिजली ही नहीं है। जिले में 105 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां अब तक बिजली कनेक्शन ही नहीं हैं। ऐसे में कंंप्यूटर, प्रिंटर धूल फांक रहे हैं।
ग्राम पंचायतों को स्वावलंबी बनाने के लिए पंचायत भवनों को डिजिटल किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) स्थापित की जानी है। यहां पर गांव के लोगों को आय, जाति, खतौनी, राशन कार्ड सहित अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिलेगी। साथ ही आवेदन करने और प्रमाण पत्र बनाकर देने की सुविधा होगी।
इसके लिए 415 ग्राम पंचायतों के 414 ग्राम पंचायत भवनों में इंटरनेट समेत कंप्यूटर लगाने का निर्णय लिया गया। पंचायत भवनों में कंप्यूटर और अन्य सामग्री पहुंचा दी गई। लेकिन जब इंटरनेट कनेक्शन के लिए दूरसंचार विभाग की टीम पहुंची तो पता चला कि 105 ग्राम पंचायत भवनों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है। इसमें ब्लॉक बार के 44, ब्लॉक महरौनी के 27 और तालबेहट के 34 पंचायत भवन शामिल हैं। दूरसंचार विभाग ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी। शासन ने जिला पंचायत राज अधिकारी को पंचायत भवन में विद्युत कनेक्शन लगवाने के निर्देश दिए हैं।
जनपद के तीन ब्लॉकों की करीब 105 ग्राम पंचायतों के पंचायत भवनों में विद्युत कनेक्शन नहीं है। शासन से सूची उपलब्ध कराई गई है। इन ग्राम पंचायतों में विद्युत कनेक्शन करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही विद्युत कनेक्शन हो जाएंगे।
– नवीन मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी
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