सिलावन। बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ पोषण देने के लिए परिषदीय विद्यालयों में सरकार ने तमाम इंतजाम किए हैं, लेकिन महरौनी ब्लॉक में परिषदीय विद्यालयों में इंतजामों की हवा निकल गई है। स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील नहीं मिल रहा है। कहीं पर रसोईघर जर्जर हाल में है, तो कहीं पर सिलिंडर नहीं है। इसके चलते बच्चे स्कूलों से दूर हो रहे हैं। कागजों पर भले ही मिड डे मील की व्यवस्था दुरुस्त हो, लेकिन हकीकत में बच्चों के खाली पेट हैं। अमर उजाला टीम ने स्कूलों की पड़ताल की, तो चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। पढि़ए रिपोर्ट..
कंपोजिट विद्यालय पाली…..सुबह 9:30 बजे
विकास खंड महरौनी अंतर्गत कंपोजिट विद्यालय पाली में 99 बच्चों का छात्रांकन है। इसमें से मात्र 20 बच्चे बृहस्पतिवार को उपस्थित थे। विद्यालय पहुंचने का मार्ग भी जर्जर है। जिसके चलते बच्चों को विद्यालय पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
प्राथमिक विद्यालय कारीटोरन… सुबह 9:20 बजे
प्राथमिक विद्यालय कारीटोरन जखौरा में कुल छात्रांकन 40 है। इसमें से महज चार बच्चे ही उपस्थित थे। यहां शौचालय का गेट जर्जर है। वहीं रसोई घर जीर्ण-शीर्ण है। रसोइयों का कहना है कि रसोईघर कभी भी धाराशाई हो सकता है। रसोईघर को लेकर कई बार विभाग को अवगत कराया लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
प्राथमिक विद्यालय बंगरुआ…. सुबह 11:20 बजे
प्राथमिक विद्यालय बंगरूआ में 90 बच्चों का नामाकंन है। बृहस्पतिवार को सिर्फ 14 ही बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। यहां रसोइया नहीं आने के कारण मिड डे मील नहीं बना था। रसोई घर में ताला लगा हुआ था। बच्चे मिड डे मील मिलने का इंतजार कर रहे थे।
प्राथमिक विद्यालय लहरैन… सुबह 11:45 बजे
प्राथमिक विद्यालय लहरैन में 126 बच्चों का नामांकन है। इसमें से महज 10 बच्चे ही विद्यालय में उपस्थित थे। विद्यालय में गैस सिलिंडर नहीं होने के कारण मध्याह्न भोजन नहीं बन सका था। दो महीने से यहां हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है। वही शौचालयों में ताला लटका होने के कारण नौनिहालों को परेशानी होती हैं।
परिषदीय विद्यालयों में नौनिहालों की ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति को लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सभी विद्यालयों में बराबर मिड डे मील बन रहा है। बंगरूआ में रसोइया के शादी में जाने कारण विद्यालय में उपस्थित नहीं थी। इसलिए मिड डे मील नहीं बन सका है। कल से बनेगा। विद्यालयों में खराब हैंडपंपों को जल्द सुधरवाया जाएगा।- राज कुमार पुरोहित, एबीएसए, महरौनी