झांसी। निजीकरण की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए अब रेलवे अपने इंक्वायरी काउंटर निजी एजेंसियों के हाथों सौंपने जा रहा है। रेल प्रशासन की ओर से इसके लिए निविदाएं मांग ली गईं हैं। झांसी रेल मंडल के 11 स्टेशनों के 17 इंक्वायरी काउंटर निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है।
रेलवे के इतिहास से स्टेशनों के इंक्वायरी काउंटरों का इतिहास भी जुड़ा हुआ है। इन काउंटरों पर यात्री अपनी ट्रेन के आवागमन जैसी शंकाओं का समाधान करते हैं। चौबीसों घंटे खुलने वाले इन काउंटरों पर रेल कर्मचारियों की तैनाती की जाती है। रेल प्रशासन की ओर से इन काउंटरों का अगस्त 2022 में नाम बदलकर सहयोग कर दिया था और अब यह काउंटर निजी हाथों में सौंपे जा रहे हैं। झांसी रेल मंडल के झांसी, ललितपुर, दतिया, बांदा, मुरैना, ग्वालियर, चित्रकूट, खजुराहो, ललितपुर, महोबा व उरई स्टेशन के 17 काउंटर निजी एजेंसियों को दिए जा रहे हैं। इसके लिए एजेंसियों ने निविदाएं आमंत्रित की गईं हैं। रेलवे की ओर से इसकी अनुमानित लागत तीन करोड़ 90 लाख रुपये तय की गई है। निविदाएं पांच जून को दोपहर तीन बजे खोली जाएंगी।
यात्रियों को और भी बेहतर सेवाएं देने के उद्देश्य से इंक्वायरी काउंटर संचालन के लिए निजी एजेंसियों को दिए जा रहे हैं। रेलवे लगातार यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी कर रहा है।
– हिमांशु शेखर उपाध्याय, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- उत्तर मध्य रेलवे