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संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। कलक्ट्रेट परिसर में संचालित एसडीएम न्यायालय अब तहसील परिसर में संचालित होगा। डीएम चांदनी सिंह ने फरियादियों की परेशानियों को देखते हुए चुनाव बाद एसडीएम न्यायालय तहसील से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उधर, नई व्यवस्था को लेकर अधिवक्ताओं ने नाराजगी दिखाई है। उन्होंने 12 मई को आपात बैठक बुलाई है।
डीएम ने बताया कि वर्तमान में एसडीएम कार्यालय एवं न्यायालय कलक्ट्रेट परिसर में संचालित है। जबकि तहसीलदार, नायब तहसीलदार उरई का कार्यालय और न्यायालय तहसील परिसर में हैं। तहसील और कलक्ट्रेट के बीच दूरी अधिक होने के कारण वादकारियों, अधिवक्ताओं व जन सामान्य के लोगों को दिक्कत होती है।
साथ ही तहसील अधिष्ठान के अधिकारियों, कर्मचारियों पर प्रभावी नियंत्रण न रह पाने के कारण शिकायतों का समयबद्ध निराकरण नहीं हो पाता है। लिहाजा उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया है कि चुनाव समाप्त होने के तीन दिन के भीतर एसडीएम कार्यालय और न्यायालय तहसील परिसर से संचालित करें।
उधर, मामले में बार संघ के कलक्ट्रेट प्रभारी रमाकांत दीक्षित ने फैसले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस फैसले को लेकर राजस्व अधिवक्ताओं की बैठक 12 मई को सुबह 11 बजे बुलाई है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर डीएम से वार्ता की जाएगी। यदि कलक्ट्रेट से एसडीएम कोर्ट स्थानांतरण का डीएम आदेश वापस नहीं लेती है तो इसका विरोध किया जाएगा। इस दौरान आशुतोष शर्मा, शिवकांत पाठक, अजय, अनिल, मणींद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
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