झांसी। नेपाल की एक किशोरी को एक युवक अपने साथ बहला-फुसलाकर ले आया था। इसके बाद वह उसे ट्रेन में सोता हुआ छोड़कर भाग गया था। झांसी स्टेशन पर चाइल्ड लाइन ने किशोरी को बरामद किया था। बुधवार को किशोरी को उसके पिता के हवाले कर दिया गया है।
किशोरी की अपने पास के गांव में रहने वाले युवक संजय से फोन के जरिये दोस्ती हो गई थी। युवक ने उसे शादी का झांसा देकर मुंबई ले जाने का वादा किया था। किशोरी युवक की बातों में आकर उसके साथ गोरखपुर से मुंबई के लिए ट्रेन में सवार हो गई थी। उरई स्टेशन पर पहुंचने पर किशोरी को नींद आ गई। इसी दरम्यान युवक उसे ट्रेन में अकेला छोड़कर भाग गया। झांसी स्टेशन पर गाड़ी के पहुंचने पर किशोरी को उतारा गया। यहां युवक की काफी खोजबीन की गई, लेकिन पता नहीं चला। रेलवे चाइल्ड लाइन के प्रभारी बिलाल और उनकी टीम ने किशोरी को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने किशोरी के पिता से संपर्क कर उन्हें यहां बुलाया। बुधवार को किशोरी पिता के हवाले कर दी गई। इस कार्यवाही के दौरान समिति की सदस्य परवीन खान, दीप्ति सक्सेना, कोमल सिंह व हरिकृष्ण सक्सेना मौजूद रहें।
स्टेशन पर जल वितरण शिविर हुआ शुरू
झांसी। बुधवार को रेलवे स्टेशन पर उत्तर मध्य रेलवे भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के जल वितरण शिविर का शुभारंभ अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) आरडी मौर्या ने किया। इस अवसर पर यात्रियों को नि:शुल्क शीतल जला पिलाया गया। शिविर 13 जून तक लगातार जारी रहेगा। इस मौके पर महिला कल्याण संगठन की उपाध्यक्ष अनीता मौर्या व सारिका कनौजिया, सचिव मोनिका गोयल, कोषाध्यक्ष गौरी यादव, सुमन शर्मा, आभा जैन, स्टेशन डायरेक्टर सीमा तिवारी, प्रदीप पांडेय, शशि व्यास, विवेक पुरवार आदि मौजूद रहे। ब्यूरो
67 स्टेशनों पर हुई इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग
झांसी। दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने और ट्रेनों के सुगम यातायात के लिए रेल प्रशासन इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग का काम कर रहा है। अब तक झांसी रेल मंडल के 129 स्टेशनों में से 67 में यह काम पूरा किया जा चुका है। इस साल सभी स्टेशनों को इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग से लैस किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हाल ही में करारी स्टेशन पर कुशलतापूर्वक इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग का काम किया गया है। ब्यूरो