झांसी। पाकिस्तान में हालात दिनों दिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। गृहयुद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है। कब क्या हो जाए, ये वहां रहने वाले लोगों को पता नहीं है। पाकिस्तान के ये हालात झांसी में रहने वाले उन परिवारों को चिंतित कर रहे हैं जिनके रिश्ते-नातेदार पाकिस्तान में इस स्थिति से जूझ रहे हैं। ये लोग उनकी सलामती की दुआ के साथ-साथ उनसे फोन पर संपर्क कर रहे हैं।

झांसी में लोग इस बात से और भी ज्यादा परेशान हैं जब पाकिस्तान से उनके रिश्तेदार उन्हें यह बता रहे हैं कि वह लोग घर से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं। भगदड़ और लूटमार की स्थिति बनी हुई है। लोग अपने घरों में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। मुल्क के ऊपर पुलिस का नियंत्रण नहीं बचा है। स्कूल और दफ्तर बंद हैं। खाने-पीने का सामान भी नहीं मिल रहा। कल किसके साथ क्या होगा, वहां किसी को कुछ पता नहीं है। ऐसी स्थिति को लेकर अमर उजाला ने झांसी में रहने वाले कुछ परिवारों से बात की तो बोले-अपनों की चिंता उन्हें परेशान कर रही है।

भारत आना चाहते हैं पाकिस्तानी रिश्तेदार

झांसी। प्रेमनगर निवासी इम्तियाज हुसैन ने बताया कि पाकिस्तान के कराची शहर में उनके मामा के तीन बेटे और भांजी अपने-अपने परिवारों के साथ रहते हैं। फोन पर हुई बातचीत में रिश्तेदार बता रहे हैं कि पाकिस्तान में हालात पहले से ही बिगड़े हुए हैं। महंगाई चरम पर है। दो-दिनों से स्थिति बहुत ही खराब है। हर जगह दंगा-फसाद हो रहा है। अपने घरों में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं। इम्तियाज ने बताया कि वहां की परिस्थितियों से आजिज आ चुके रिश्तेदार अब भारत में बसने की इच्छा जाहिर कर रहे। वह बोले कि पाकिस्तान में रह रहे रिश्तेदारों की हर समय चिंता लगी रहती है।

फोन भी नहीं मिल रहा, बड़ी चिंता हो रही

झांसी। ईसाईटोला निवासी पैथोलॉजी टेक्नीशियन मोहम्मद शाहिद ने बताया कि उनकी दो मौसी पाकिस्तान में रहती थीं। एक की मृत्यु हो चुकी है। दूसरी मौसी अतहरी बेगम वहां अपने परिवार के साथ रहती हैं। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। उनसे कुछ दिन पहले फोन पर बात हुई थी। सभी सहमे हुए थे। बता रहे थे कि वहां कभी भी हालात बिगड़ सकते हैं। वे सभी घर के लिए खान-पान की सामग्री इकट्ठा करने में जुटे हुए थे। सोमवार को पाकिस्तान में हालात बिगड़ने के बाद उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन किसी का भी फोन नहीं लगा। ऐसे में चिंता और भी बढ़ गई है। अल्लाह से सभी की सलामती की दुआएं कर रहे हैं।

अराजकता और अस्थिरता के बीच काट रहे समय

झांसी। नरसिंह राव टौरिया निवासी अधिवक्ता मुशीर खान की बहन हुस्नआरा की 35 साल पहले पाकिस्तान में शादी हुई थी। तीन-चार साल पहले बहन का निधन हो गया था। हालांकि, बहनोई जावेद और तीन भांजी व दो भांजे वहां रह रहे हैं। मुशीर ने बताया कि फोन बातचीत में भांजे बता रहे हैं कि अब पाकिस्तान रहने लायक देश नहीं बचा है। अराजकता और अस्थिरता वहां लगातार बढ़ती जा रही है। किसी के साथ कुछ भी हो सकता है। कई बार पाकिस्तान छोड़ने की बात भी कर चुके हैं। मुशीर का कहना है कि इन दिनों जो पाकिस्तान में चल रहा है, उसे लेकर उनका पूरा परिवार चिंतित है।

बच्चे बता रहे दंगे आम बात हो गई

झांसी। गोविंद चौराहा निवासी इरशाद की मौसी पाकिस्तान में हैं। इरशाद ने बताया कि मौसी का तो इंतकाल हो चुका है। लेकिन, उनके बच्चों से बातचीत होती रहती है। वे बता रहे हैं कि पाकिस्तान में कभी भी कहीं पर भी बस विस्फोट हो जाता है। दंगे आम बात हैं। घर से बाहर गए परिवार के लोगों के वापस न लौट आने तक डर बना रहता है। महंगाई बढ़ती जा रही है, जबकि लोगों के काम छिनते जा रहे हैं। ऐसे में लोगों का जीना मुहाल बना हुआ है। कानून-व्यवस्था नाम की वहां को चीज ही नहीं बची है। सरकार ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ रखा है। सभी की सलामती की अल्लाह से दुआएं करते रहते हैं।



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