
भोपाल में गंदगी में बन रहे थे समोसे
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राजधानी भोपाल में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बजरिया थाना क्षेत्र के शंकराचार्य नगर में गंदगी के बीच समोसे का निर्माण किया जा रहा था। यहां समोसे को गंदे बोरे से ढंक कर रखा था। आलू के मसाले पर सैकड़ों मक्खियां भिनभिना रही थी। समोसे हॉर्कर्स को तीन रुपए के हिसाब से बेचे जा रहे थे। खाद्य विभाग ने सैंपल जांच के लिए भेज कर इदरीस समोसा फैक्ट्री को सील कर दिया।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन भोपाल शहर में लगातार निरीक्षण कर रहा है। बुधवार को बजरिया थाने के पास, शंकराचार्य नगर स्थित इदरीस समोसा में अत्यंत दूषित परिस्थितियों में समोसे का निर्माण किया जाना पाया गया। इस जगह पर कई हजार समोसे एक साथ बनाकर बेचे जाते थे। यहां पर खाद्य सुरक्षा के नियमों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही थी और समोसा निर्माण में दूषित सामग्री के साथ गंदगी के माहौल में सब काम चल रहा था। बिना खाद्य पंजीकरण/लाइसेंस प्राप्त किए अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में खाद्य पदार्थ का निर्माण होने के कारण अभिहित अधिकारी देवेन्द्र कुमार वर्मा के निर्देशानुसार निर्माण क्षेत्र को सील कर दिया। मौके से समोसे के मसाले और मैदा के नमूने एकत्र कर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल प्रेषित किया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों को फैक्ट्री के मालिक इदरीस खान ने बताया कि उनके द्वारा प्रति समोसा तीन रुपये की दर से हॉकर्स को बेचा जा रहा था।