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Mahakal temple again cheated the devotees, handed over fake receipts of Jalabhishek in the sanctum sanctorum

जांच के बाद फर्जी रसीद का मामला सामने आया है।
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

उज्जैन महाकाल मंदिर में र्भग्रह में जलाभिषेक करने की रसीद के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। नकली रसीद देकर 4500 रुपये ठग लिए गए। शिकायत के बाद महाकाल थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि एक महीने पहले भी भस्मआरती की नकली रसीद देने का मामला सामने आ चुका है।

श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति तो मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं होने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन मंदिर में दर्शन करने की ऑनलाइन रसीदों के नाम पर ही बाहर से आने वाले श्रद्धालु लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं। भस्म आरती, शीघ्र दर्शन और गर्भगृह में जलाभिषेक की रसीदें भले ही ऑनलाइन कर दी गई हों, लेकिन महाकाल मंदिर के आसपास ही कुछ ठगोरे सक्रिय हैं जो कि मौका मिलते ही भोले भाले भक्तों को अपने जाल में फंसाते हैं और उन्हें ठग लेते हैं। कभी कभार यह मामले उजागर होने पर श्री महाकालेश्वर मंदिर के जिम्मेदार बड़ा बवंडर मचाते हैं, लेकिन इससे यह बात जरूर साबित होती है कि बाबा महाकाल के दरबार में व्यवस्थाओं के नाम पर जो भी चल रहा है उसमें कुछ न कुछ गड़बड़झाला जरूर है। 

बुधवार को भी बाबा महाकाल के गर्भगृह में जलाभिषेक करने की रसीद के नाम पर सराहनपुर उत्तर प्रदेश से आए निखिल राज पिता राजकुमार कश्यप, नूपुर और आकांक्षा के साथ उस समय ठगी हो गई। उन्हें तब पता चला कि जब वे 4500 रुपये खर्च करने के बाद रसीद को लेकर बाबा महाकाल को जल अर्पित करने के लिए मंदिर में पहुंचे। जांच में रसीदें नकली निकलीं। श्रद्धालुओं ने यह रसीद प्रोटोकॉल कार्यालय के सामने स्थित फूल प्रसादी की दुकान पर मिले राकेश वर्मा और मुकेश कोठारी से लेने की बात कही। चार नंबर गेट पर टिकट को चेक कर रहे सुरक्षा अधिकारी राजकुमार सिंह ने सभी श्रद्धालुओं को उनके साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में बताया गया और यह भी कहा गया कि मंदिर में गर्भगृह दर्शन की रसीद 1500 रुपए प्रति व्यक्ति नहीं बल्कि 750 है। 

एक महीने पहले ही पकड़ाया था भस्मआरती की नकली रसीद बनाने वाला गिरोह 

पिछले माह 19 अप्रैल 2023 को ही भस्मआरती दर्शन की रसीद में एडिटिंग कर दिल्ली से आए तीन भक्तों के साथ 4500 रुपये की ठगी हुई थी। इसमें श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने बाहर के पंडित पुजारी के साथ ही केएसएस कंपनी के कुल सात लोगों के खिलाफ महाकाल थाने में 420 का प्रकरण दर्ज करवाया था। अभी भस्मआरती की नकली रसीद बनाने का यह मामला  सुर्खियों में ही था कि आज गर्भगृह में जलाभिषेक करने की रसीद से धोखाधड़ी का यह मामला उजागर हो गया। 

धोखेबाजों के खिलाफ प्रकरण दर्ज 

श्रद्धालुओं ने अपने साथ हुई ठगी की जानकारी सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को दी थी, जिसके बाद इस धोखाधड़ी से मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को अवगत करवाया गया। जिस पर उन्होंने 4 नंबर गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक करवाया। जिसमें श्रद्धालुओं के साथ इस दौरान मुकेश कोठारी भी नजर आ रहा था। इस मामले में मंदिर के गेट नं. 4 पर क्यूआर कोड की जांच में एक ऑनलाइन टिकट की दो फोटोकॉपी सामने आई थीं जिसमें श्रद्धालुओं से प्रति व्यक्ति 1500 सौ रुपये वसूले गए थे। श्रद्धालुओं ने धोखाधड़ी का आरोप फूल वाले राजेश वर्मा और मुकेश कोठारी पर लगाए थे इसीलिए इस मामले में महाकाल थाना पुलिस को सूचना दी गई और दोनों आरोपियों के खिलाफ 420 के तहत मामला दर्ज करवाया गया। 

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