उरई। जिला कारागार में मंगलवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान मनोचिकित्सकों ने महिला व पुरुष बंदियों से रूबरू होकर उन्हे तनावमुक्त जीवन के नुस्खे बताए।
मनोचिकित्सकों की टीम ने बंदियों से रूबरू होकर उन्हें विभिन्न प्रकार के उदाहरण देकर समझाया। गोष्ठी के अंत में बंदियों से वार्तालाप कर उनकी समस्याओं को सुनकर सलाह दी गई। नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. अर्चना विश्वास व मनोचिकित्सीय सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सिंह ने बंदियों की काउंसलिंग की।
जेल अधीक्षक नीरज देव ने कहा कि बंदियों का मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है। इसलिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह कार्यक्रम नियमित रूप से आगे भी आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर कारागार चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल वर्मन, कारापाल प्रेमसागर शुक्ल, तारकेश्वर सिंह, मिथलेश शुक्ला, पूनम तिवारी, रिचा ओझा आदि मौजूद रहे।