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महू में पदस्थ सैनिक दिनेश जोगचंद्रा के यहां चार माह पहले पैदा हुए मासूम गुरीश के दिल में छेद है। इसका असर उसके फेेफड़ों पर पड़ रहा था। जन्म लेने के बाद बाद से अलग-अलग अस्पतालों में उसका इलाज चलता रहा है।

चार माह के मासूम को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया।
– फोटो : amar ujala digital
विस्तार
इंदौर में एक सैनिक के चार माह के मासूम की मदद के लिए प्रशासन और समाजसेवियों ने हाथ आगे बढ़ाया है। मासूम के दिल में छेद है। इलाज में सैनिक पिता काफी पैसा खर्च कर चुके हैं। उनके पास अब पैसे खत्म हो गए। इसके बाद प्रशासन ने शिशु को दिल्ली ले जाने के लिए मदद की। चोइथराम अस्पताल में भर्ती चार माह के मासूम को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली भेजा गया। इसके लिए अस्पताल से एयरपोर्ट तक ग्रीन काॅरिडोर बनाया गया। अब मासूम का इलाज दिल्ली के सैन्य अस्पताल में होगा।
महू में पदस्थ सैनिक दिनेश जोगचंद्रा के यहां चार माह पहले पैदा हुए मासूम गुरीश के दिल में छेद है। इसका असर उसके फेफड़ों पर पड़ रहा था। जन्म लेने के बाद बाद से अलग-अलग अस्पतालों में उसका इलाज चलता रहा है। पिता के पास पैसा खत्म हो गया तो मदद के लिए कलेक्टर इलैया राजा टी और कुछ समाजसेवी सामने आए।
10 मिनट में पहुंचाया एयरपोर्ट
बच्चे के इलाज में अभी तक 25 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। अस्पताल का बिल 2.32 लाख रुपये बन गया था, लेकिन पिता के पास डेढ़ लाख रुपये से भी कम की राशि थी। इसके बाद मुख्यमंत्री फंड से 90 हजार की मदद हुई। कुछ समाजसेवियों और संस्थानों ने भी दवा व अन्य खर्च उठाए। बच्चे की हालत गंभीर है। इसलिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उसे अस्पताल से एयरपोर्ट ले गए। यह दूरी तय करने में 10 मिनट का समय लगा। एंबुलेंस के आगे पुलिस वाहन भी चलता रहा।