
मध्यप्रदेश के कई जिलों में बादल बने हुए हैं।
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मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कई इलाकों में बारिश हो रही है। लगभग सभी संभागों में बादलों का डेरा है। अगले चार दिन मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है। बीते 24 घंटों में कई जिलों में बारिश हुई है, वहीं अगले 24 घंटों में 11 जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के आंकड़ों की बात करें तो तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। प्रदेश में सबसे गर्म दिन रतलाम का रहा। यहां 40 डिग्री अधिकतम तापमान रहा। वहीं प्रदेश में सबसे गर्म रात भी रतलाम में ही रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सागर, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर उज्जैन, इंदौर, रीवा संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर एवं ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। बैरसिया में 4, बक्सवाह, आष्टा में 3, खिरकिया, जोबट, घोड़ाडोंगरी, उदयगढ़, बरवाहा, पठारी, इच्छावर, सिरोंज, रामनगर, कटंगी, मऊगंज, बरही, हट्टा, पनागर में 2 सेमी तक पानी गिरा है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कह रहा है कि नर्मदापुरम एवं भोपाल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, इंदौर, उज्जैन, चंबल, ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने यलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
ऑरेंज अलर्ट- सागर संभाग के जिलों में, रायसेन, देवास, शाजापुर, डिंडौरी, विदिशा, अशोकनगर, गुना, उज्जैन, अनूपपुर, कटनी जिलों में कहीं-कहीं अल्पकालिक ओलावृष्टि एवं गरज-चमक के साथ तेज हवा चल सकती है।
यलो अलर्ट- नर्मदापुरम, रीवा, इंदौर, चंबल संभागों के जिलों में एवं भोपाल, दतिया, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, छिंदवाड़ा, उमरिया, नीमच, जबलपुर, शहडोल, रतलाम, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, आगर, सिवनी, मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ अल्पकालिक तेज हवा चल सकती है।
प्रदेश के बड़े शहरों का हाल
शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
इंदौर | 35.1 | 18 |
भोपाल | 36.3 | 18.8 |
ग्वालियर | 37.5 | 20.6 |
जबलपुर | 35.7 | 19.2 |
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो वर्तमान में पाकिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में एक्टिव है। पश्चिमी विदर्भ पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में भी एक चक्रवात बना हुआ है। निचले स्तर पर हवाओं का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है, जबकि लगभग तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर हवा की दिशा पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी है। हवाओं के साथ अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में बादल छा गए हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए अभी तीन-चार दिन तक मौसम साफ होने की भी संभावना नहीं है।