
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह
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मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बीमार हैं। ऐसी खबरों का खंडन करते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद सिंह ने इसे किसी की साजिश बताया। उन्होंने यह भी कहा कि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। लगातार दौरे से थकान हो गई थी। डॉक्टर की सलाह पर पूरा आराम कर रहा था। केवल तीन-चार दिन किसी से बात नहीं हो पाई।
दरअसल, कुछ अखबारों और वेबसाइट्स (अमर उजाला नहीं) ने खबरें चला दी थी कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को पैरालिसिस का अटैक आया है। उनकी तबियत खराब है। इस पर उन्हें कई लोगों के फोन आए। इनमें भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं। गोविंद सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरा स्वास्थ्य खराब होने की सूचना सिंधिया जी को लगी तो उनका मेरे पास तत्काल फोन आया। सिंधिया ने मेरा हाल-चाल जाना और कहा कि अगर जरूरत हो तो आप दिल्ली आ जाओ। यहां अच्छा ट्रीटमेंट हो जाएगा। इसकी व्यवस्था करा देता हूं। इसके आत्मीयता के लिए मैं सिंधिया जी को धन्यवाद अर्पित करता हूं।
बड़े हितैषी ने अफवाह फैलाई
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि मेरे किसी मेरे बड़े हितैषी ने पक्षाघात बताकर अफवाह फैलाई है। अच्छी बात है। वे ऐसा करते रहे, जिससे मेरी उम्र बढ़ती रहेगी। मुझे तो प्रदेश के लोगों की सेवा करते रहना है और मैं करता रहूंगा।
कमलनाथ को बताया राम, शिवराज को रावण
गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि प्रदेश में हालात बहुत खराब है। जनता इस बार मन बना चुकी है। बदलाव होकर रहेगा। कांग्रेस फिर सरकार बनाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को राम बताया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना रावण से कर दी। फिर संभलते हुए कहा कि हमारी व्यक्तिगत लड़ाई किसी से नहीं है। कमलनाथ जी रावण वाली विचारधारा का अंत करेंगे। हम शारीरिक और मानसिक रूप से किसी का अंत करना नहीं चाहते। राजनीतिक रूप से भाजपा का अंत करना हमारा लक्ष्य है उद्देश्य है। ये होकर रहेगा। विधायकों को विधानसभा में बोलने नहीं दिया जाता। जो बोलता है, उसे विधानसभा से निष्कासित किया जाता है। यदि कोई जनता में बोले तो नौकरशाही उसे बोलने नहीं देती। क्या सीएम को एक विधायक का अपमान करना शोभा देता है? मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि अब समय ज्यादा नहीं है। रावण का भी अंत हुआ है। ज्यादा दिन ये सब नहीं चलेगा। जनता विधानसभा चुनावों में इसका जवाब देगी।