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झांसी। गर्मी की छुट्टियों और सहालग सीजन के चलते इन दिनों ट्रेनों में खासी भीड़ है। हालात यह हैं कि आरक्षण कराकर यात्रा करने वाले यात्रियों तक को सीट नहीं मिल रही है। आरक्षित कोचों में बिना टिकट और साधारण टिकट वाले यात्री कब्जा कर रहे हैं। इसे लेकर ट्रेनों में यात्रियों में झगड़े हो रहे हैं। यात्री रेलवे के ट्विटर पेज पर शिकायत कर रहे हैं। अधिकारी ट्विटर पर तो शिकायत का जवाब दे देते हैं, लेकिन यात्रियों की मदद के लिए कोई नहीं आता। रविवार रात को पुष्पक, भोपाल-प्रतापगढ़, सुल्तानपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनों में भीड़ के चलते यात्रियों को दिक्कत हुई, तो उन्होंने ट्वीट कर रेलवे से मदद मांगी, लेकिन कोई भी अफसर और कर्मचारी शिकायत सुनने नहीं पहुंचा।

केस एक

महिला की तबीयत बिगड़ी, दो बार ट्वीट किया, मगर कोई नहीं आया

जौनपुर निवासी जयप्रकाश पांडेय रविवार रात को ट्रेन संख्या 14115 में उज्जैन जंक्शन से प्रयागराज के लिए परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। ट्रेन के कोच संख्या एस 7 में उनकी चार सीटें रिजर्व थीं, लेकिन जब वे ट्रेन में पहुंचे तो पहले से ही उनकी सीटों पर यात्री जमे थे। कोच में भीड़ भी थी। जैसे-तैसे उनको दो सीटें मिल सकीं। ट्रेन ललितपुर पहुंची तो भीड़ के चलते उनकी पत्नी की हालत बिगड़ गई। उन्होंने डीआरएम झांसी और रेल मंत्री को ट्वीट कर शिकायत की। 166 किमी बाद खजुराहो स्टेशन पर एक जीआरपी सिपाही ने आकर समस्या सुनी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला और न उनको सीट मिल सकी। इसके बाद उन्होंने फिर ट्वीट किया, तो उनको रेलवे की ओर से फोन आया कि महोबा स्टेशन पर शिकायत को अटैंड किया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जय प्रकाश पांडेय ने बताया कि पूरी रात ट्रेन में भीड़ के चलते परिजन परेशान रहे, लेकिन रेलवे से कोई मदद नहीं मिली।

केस दो

कोच से कूदकर उतरे यात्री

मुंबई से चलकर लखनऊ जाने वाली ट्रेन संख्या 12534 पुष्पक एक्सप्रेस में भी यात्रियों को भीड़ के चलते परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार रात को ट्रेन के एस वन कोच में बिना टिकट और साधारण टिकट वाले यात्रियों की भीड़ थी। आलम यह था कि कोच के टॉयलेट तक में यात्री बैठे थे। झांसी निवासी एक यात्री ने भीड़ की वीडियो ट्वीट कर रेलवे से मदद मांगी। यात्री को रेलवे की ओर से ट्वीट किया गया कि ललितपुर स्टेशन पर शिकायत का निस्तारण किया जाएगा। ट्रेन झांसी तक आ गई, लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। हालात यह रहे कि यात्रियों को कोच से कूदकर उतरना पड़ा। आरपीएफ इंस्पेक्टर रवींद्र कौशिक के मुताबिक शिकायत पर स्टाफ गया था।

केस तीन

महिला यात्री को नहीं मिली सीट

भोपाल से चलकर प्रतापगढ़ जाने वाली ट्रेन संख्या 12183 प्रतापगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस में तो महिला यात्री को सीट नहीं मिली। महिला यात्री अदिति ने ट्वीट कर रेलवे से मदद मांगी। उन्होंने बताया कि कुछ लोग विदिशा स्टेशन से ट्रेन में चढ़े और जबरन उनकी सीट पर बैठ गए। झगड़ा करने लगे। उन्होंने ट्वीट किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पूरे रास्ते वे परेशान रहीं। टीटीई तक ट्रेन में शिकायत सुनने नहीं आए

वर्जन

ट्विटर पर आने वाली यात्रियों की शिकायत का संज्ञान लिया जाता है। ट्रेन की लोकेशन के हिसाब से यात्री को नजदीकी स्टेशन पर मदद भी उपलब्ध कराई जाती है। – मनोज कुमार सिंह, पीआरओ, झांसी मंडल

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