झांसी। भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष मोनी शाक्य ने भाई जितेंद्र उर्फ जीतू के साथ मिलकर अपने घर में चार युवतियों को बंधक बना लिया और उनको यातनाएं दीं। युवतियों का शोर सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अंदर बंद युवतियों को बल प्रयोग करके बाहर निकाला। उधर, मौका मिलते ही आरोपी वहां से फरार हो गए। युवतियों की तहरीर पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।

थाना प्रेमनगर की युवती ने पुलिस को बताया कि उसने पिछले साल जितेंद्र उर्फ जीतू को 40 हजार रुपये टैक्सी खरीदने के लिए उधार दिया था लेकिन, अब जीतू यह रकम नहीं लौटा रहा। कई बार मांगने के बाद जीतू उसका वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। जीतू का भाई और भीम आर्मी का जिलाध्यक्ष मोनी शाक्य शुक्रवार को उसके घर आए और भाई से पैसा वापस दिलाने का वादा किया। युवती का कहना है कि उसकी बात मानकर वह शाम को बहन और दो अन्य महिलाओं को लेकर मोनी के घर पहुंचीं। यहां मोनी, जीतू और सोनू शाक्य मौजूद थे। इन तीनों ने मिलकर उन चारों को एक कमरे में बंद कर दिया और उनके साथ अश्लील हरकतें करने लगे। विरोध करने पर सभी की बेल्ट एवं डंडों से पिटाई करते हुए यातनाएं देने लगे। मोनी ने शोर मचाने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी।

उधर, युवतियों का शोर सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दे दी। थोड़ी देर में प्रेमनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई लेकिन, पुलिस को देखने के बावजूद आरोपियों ने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस के बल प्रयोग कर किसी तरह दरवाजा खोला। यहां युवतियां बदहवास हालत में रोती मिलीं। उन्होंने पुलिस को आपबीती सुनाई। उधर, मौका देखकर तीनों आरोपी पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। पीड़िताओं को लेकर पुलिस थाने पहुंची। युवतियों की तहरीर पर पुलिस ने जितेंद्र उर्फ जीतू, मोनी, सोनू एवं मोनी की पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। प्रेमनगर इंस्पेक्टर आनंद सिंह के मुताबिक आरोपियों के चंगुल से युवतियों को छुड़ाने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।



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