
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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मध्यप्रदेश के दमोह सहित दो जिलों में फैले प्रदेश के सबसे बड़े नौरादेही अभयारण्य से एक और खुशखबरी आई है। इस बार बाघिन राधा की दूसरी बेटी ने तीन शावकों को जन्म दिया है और यह शावक करीब दो माह के हो चुके हैं। लेकिन अभी तक इन्हें किसी ने देखा नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकारी कोई भी जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं। जबकि पूरे बुंदेलखंड के लिए यह बहुत बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि दमोह और सागर के लोगों को अब बाघ देखने के लिए 150 किमी दूर पन्ना टाईगर रिजर्व नहीं जाना पड़ रहा है। इन तीन शावकों के जन्म के साथ ही बाघों का कुनबा 15 पहुंच गया है।
करीब पांच साल पहले भेड़ियों से होती थी पहचान
साल 2018 के पहले नौरादेही अभयारण्य में भेड़ियों का राज था। 2018 में पहली बार यहां बाघ, बाघिन को लाया गया। इस जंगल को बाघिन राधा ने बाघों से आबाद कर दिया है। अब पूरा अभयारण्य बाघों की दहाड़ से गुलजार हो रहा है।
नौरादेही अभयारण्य को बाघों से गुलजार करने वाली बाघिन राधा है। उसने साल 2019 में पहली बार में तीन शावकों को जन्म दिया था। उनमें दो मादा और एक नर थे जो पूर्ण रूप से वयस्क हो चुके हैं। राधा के बाद उसकी बेटी एन 12 ने दो शावकों को जन्म दिया था। उसी समय से यह बात कही जा रही थी कि राधा की दूसरी बेटी एन 11 भी गर्भवती है, लेकिन अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे थे। इसके बाद राधा की दूसरी बेटी ने भी तीन शावकों को जन्म दे दिया है। लेकिन अभी तक इन शावकों को किसी ने नहीं देखा है और सुरक्षा की दृष्टि से अधिकारी भी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे कि फिर से किसी बाघिन ने शावकों को जन्म दिया है। उनकी ओर से कहा जाता है कि आप दूसरे अधिकारी से बात कर लें। जबकि सूत्र बता रहे हैं कि राधा की दूसरी बेटी ने भी शावकों को जन्म दे दिया है।
दो माह पहले दिया जन्म
बताया जा रहा है कि राधा की दूसरी बेटी एन 11 ने फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में शावकों को जन्म दिया था। तभी से यह बात दबी रही। लेकिन अचानक से जब बाघिन के नन्हे शावक देखे गए तब यह बात जोर से उठने लगी कि किसी बाघिन ने फिर शावकों को जन्म दिया है। वर्तमान समय में बाघों की तीन पीढ़ियां नौरादेही में घूम रही हैं।
गर्मी की वजह से नहीं दिख रहे शावक
जिन शावकों का फरवरी के अंतिम सप्ताह में जन्म हुआ है, उनकी संख्या कितनी है। इसकी पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं हो पा रही है, क्योंकि इसमें अधिकारी पुष्टि करने को ही तैयार नहीं है। लेकिन यह बात सही है कि राधा की बेटी ने ही शावकों को जन्म दिया है। मगर गर्मी की वजह से इन्हें अभी तक किसी ने देखा नहीं है। ये शावक अपनी मां के साथ गुफा में छिपे हुए हैं। वर्तमान में इनका ठिकाना कहां है, इसकी भी पुष्टि नहीं है। लेकिन अधिकारियों द्वारा गुपचुप तरीके से बात करने से यह तो पुष्टि हो गई है कि बाघिन राधा की बेटी ने शावकों को जन्म दिया है।
मामले की पुष्टि करने के लिए नौरादेही के उप वनमंडल अधिकारी सेवाराम मलिक को फोन लगाया गया। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया और नौरादेही के डीएफओ ने भी फोन नहीं उठाया। सागर सीसीएफ अनिल कुमार सिंह ने फोन उठाया तो कहा कि इस संबंध में बाद में बात करेंगे।