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नगर निगम चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के मेयर प्रत्याशी शुक्रवार को रिलैक्स मूड में थे। न तो चुनाव प्रचार करने के लिए अल सुबह उठने की जल्दी थी और न ही चुनावी गुणा-गणित का तनाव। देर से उठे, घर-परिवार को खूब समय दिया और मनपसंद व्यंजन का स्वाद चखा और दोपहर में पार्टी नेताओं और शुभचिंतकों से मिलने का दौर शुरू हो गया। फिर शुरू चुनावी समीकरण, बूथों की समीक्षा में समय कैसे बीता उन्हें पता ही नहीं चला। किसी ने शाम को परिवार के साथ वैवाहिक कार्यक्रमों में भाग लिया तो कोई पहले की तरह घूमने-फिरने निकल गए। आइए, जानते हैं प्रमुख राजनीतिक दलों की दिनचर्या उन्हीं की जुबानी…

 

परिवार में समय दिया और पूरा दिन रिलैक्स मूड में बीता

भाजपा प्रत्याशी डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि सच कहूं, करीब 20 दिनों के भागमभाग के बाद पूरा दिन रिलैक्स मूड में ही बीता। चुनाव प्रचार के समय तो सुबह साढ़े चार बजे ही उठ जाता था, लेकिन शुक्रवार को दो घंटे देर से उठा। परिवार के साथ पूरा समय बिताया और मौज किया। दोपहर में भटहट के पास गांव चला गया। प्रचार में गांव से बहुत लोग आए और मदद किए थे। उनके बीच कुछ पल बिताने के बाद गांव के मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वापस लौट आया। बहुत सारे डॉक्टरों, शुभचिंतकों के अलावा भाजपा के पदाधिकारी भी आए थे। सबसे मतदान पर चर्चाएं हुई। कहां-कितना वोट पड़ा, बूथ प्रबंधन कैसा रहा आदि बिंदुओं पर बातचीत काफी देर तक हुई। फिर कुछ देर घर पर ही रहा। रात में वैवाहिक कार्यक्रम में भाग लेने चला गया।

 

सुबह आठ बजे सो कर उठी, अधूरी वाल पेंटिंग को पूरा किया

समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी काजल निषाद के लिए शुक्रवार का दिन पिछले 22 दिनों से बिल्कुल अलग रहा। 22 दिनों में रोजाना आधी रात में सोना और भोर में उठकर चुनावी मैदान के लिए सक्रिय हो जाना उनका रुटीन बन गया था। मगर, शुक्रवार को वह इत्मीनान से सुबह आठ बजे सोकर उठीं। बताया कि जगने के बाद समाचार पत्र पढ़ी। घर आए पार्टी पदाधिकारियों, एजेंट से दो-तीन घंटे तक मतदान को लेकर चर्चा हुई। फिर दोपहर में पसंद का भोजन करने के बाद पहले की बनाई हुई अधूरी वाॅल पेंटिंग को पूरा किया। काफी दिनों के बाद परिवार के साथ समय बिताया। इसके बाद चुनाव के दौरान घायल एक कार्यकर्ता का कुशल क्षेम पूछने सेवई बाजार गई थी। लौटकर विश्वविद्यालय में स्ट्रांग रूम की रखवाली कर रहे पार्टी नेताओं से जाकर मुलाकात की और जिलाध्यक्ष बृजेश गौतम समेत कई पदाधिकारी मिले। उनसे सुरक्षा इंतजामों की जानकारी ली। हंसते हुए..कई दिनों की चुनावी व्यस्तता के बाद ऐसा महसूस हो रहा है जैसे युद्ध के बाद की शांति।

 

सुबह घरवालों के साथ पी चाय, दिन भर चली चुनावी चर्चा

कांग्रेस मेयर प्रत्याशी नवीन सिन्हा ने कहा कि शुक्रवार की सुबह पिछले कुछ दिनों की भागदौड़ से थोड़ी अलग थी। परिवार के साथ बैठकर चाय पी। अखबार पढ़कर चुनावी गतिविधियों का आकलन किया। स्नान ध्यान करने के बाद ईश्वर से आशीर्वाद लिया। ऐसा लग रहा था कि चुनावी जंग लड़ने के बाद शुक्रवार को शरीर को थोड़ा रिलैक्स मिला था। चाय की चुस्कियों के साथ अखबार पर नजर भी रही। परिवार के साथ काफी दिनों बाद नाश्ता किया। फिर शुरू हुआ पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का घर पर आना जाना। बीच-बीच में मीडियाकर्मियों का भी आना लगा रहा। करीब करीब पूरे दिन ऐसी ही व्यस्तता लगी रही। शाम के वक्त घर से असुरन के लिए निकला, क्योंकि एक वैवाहिक समारोह में शामिल होना था।

 

देर से जगा, पत्नी संग चाय पी फिर चुनावी बातें

बसपा प्रत्याशी नवल किशोर नथानी ने कहा कि आज सुबह मैं देर से जगा। बहुत दिनों के बाद पत्नी संग चाय पी। फिर अखबार में मेयर चुनाव के संबंध में छपी खबरें पढ़ी। इसी दौरान मीडिया के कुछ साथी पहुंचे। उनसे बातचीत का क्रम शुरू हआ। चाय-नाश्ते के बाद वह लौट गए तो मैंने किचन गॉर्डेन के फूल-पौधाें की देखभाल की। जब थोड़ा खाली हुआ तो अपनी दुकान पर भी गया और वहां दो से तीन घंटे रहा। व्यवसाय से संबंधित काम किया। फिर कुछ व्यापारी नेता आ गए, जिनसे बातचीत करने के बाद अपने काम से निकल गया। शाम को फिर घरवालों के बीच समय गुजारा और कई निमंत्रण थे तो उन कार्यक्रमों में चला गया।

 



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