
टेकरी पर खींची गई चूने की लाइन।
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इंदौर में दिगम्बर जैन समाज के प्रमुख तीर्थ गोमट गिरी की जमीन को लेकर फिर विवाद शुरू हो गया है। गोमटगिरी पर्वत पर गुर्जर समाज के अराध्य देवरानारायण का मंदिर है। समाज ने मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढि़यां बनाने की तैयारी की है।उसके लिए जमीन पर चूने की लाइन डाल दी गई। उस जमीन को गोमटगिरी ट्रस्ट अपनी बता रहा है। उन्होंने भी बाउंड्रीवाॅल बनाने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर दोनो समाज आमने-सामने हैै।
जमीन पर अपका हक बताते हुए दोनो पक्ष निर्माण करना चाहते है। यह विवाद चार साल पहले भी उठा था और मौके पर अफसरों ने दोनो समाजों के बीच सुलह कराने की कोशिश भी की थी, लेकिन बात नहीं बनी। बाद में मामला कोर्ट तक भी पहुंचा।
हाईकोर्ट के आदेश को नहीं मान रही पुलिस
गोमट गिरी ट्रस्ट के अध्यक्ष भरत मोदी ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश की अवेहलना करते हुए ट्रस्ट की जमीन पर अवैध कब्जे की कोशिश की जा रही है। कोर्ट ने बाउंड्रीवाॅल बनाने के लिए पुलिस बल उपलब्ध कराने का आदेेश दिया था, लेकिन अब वहां से पुलिस हटा ली गई। कोर्ट का आदेश पुलिस नहीं मान रही है। इसे लेकर जैन समाज में रोष है। 7 मई को सुबह साढ़े 9 बजे जैन समाज की गोमटगिरी पर आपात बैठक बुलाई गई है। जिसमें समाज आगे की रणनीति तैयार करेगा।
टेकरी पर प्राचीन मंदिर है
गुर्जर समाज के कोषाध्यक्ष डालचंद गुर्जर का कहना है कि टेकरी पर देवनारायण का प्राचीन मंदिर है। देवधरम टेकरी का नाम भी इसी वजह से है। कांग्रेसशासन काल में जैन समाज ने जमीन लेकर यहां गोमटगिरी का निर्माण किया, जबकि ट्रस्ट के पास जमीन के दस्तावेज नहीं है। टेकरी पर भी पुराना मंदिर है। वहां तक पहुंचने के लिए हम सीढि़यों का निर्माण करना चाहते हैै। यदि हमें रोका गया तो प्रदर्शन किया जाएगा।