जानकारी के अनुसार ग्राम धमाना में कालूसिंह मोगिया के बेटे अर्जुन एवं डूंगरसिंह की लड़की रचना की शादी थी। रचना की बरात रतलाम जिले के सैलाना से आई थी, जबकि अर्जुन की बरात ग्राम कल्याणपुरा जाने वाली थी। इसके पहले दोनों ने ही सामूहिक रूप से गांव में सहभोज का आयोजन किया था। इसमें करीब 1200 लोगों के लिए दाल, बाफले, लडडू, रायता बनवाया था। सुबह 11 बजे से लोगो ने भोजन शुरू किया। इसमें धमाना समेत आसपास के गांव के लोग भी आए थे। भोजन के लगभग दो घंटे बाद उल्टी-दस्त और घबराहट की शिकायत होने लगी। धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई। कुछ लोग पहले काछीबड़ौदा गए तथा बाद में यहां एबुलेंस के अलावा निजी साधनों से सिविल हॉस्पिटल लाया गया।
हड़ताल छोड़ डॉक्टरों ने किया इलाज
खबर मिलते ही हड़ताल कर रहे चिकित्सक लौटे और उपचार करने लगे। निजी चिकित्सकों की सेवाएं भी ली गईं अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होने से जहां जगह मिली, वहां स्लाइन चढ़ाई और उपचार किया। एसडीएम मेघा पंवार, टीआई विश्वदीपसिंह परिहार, सीईओ राजेंद्रसिंह परिहार, नगर परिषद अध्यक्ष मीना शेखर यादव, समेत समाजसेवी आदि अस्पताल पहुंचे। तथा अपने अपने स्तर से उपचार में मदद की। कुछ मरीजों की हालत बिगड़ने पर उन्हें रतलाम, बड़नगर व यहां सरदार पटेल हॉस्पिटल भेजा गया। बाद में मरीजों का स्वास्थ्य में सुधार होने पर छुट्टी दे दी गई। सीबीएमओ डॉ. चन्द्रशेखर मुजाल्दा ने बताया कि फूड पॉइजनिंग में बच्चे भी शामिल हैं। सभी का इलाज जारी है, उन्होंने बताया कि जो ज्यादा प्रभावित हैं उन्हें बाहर रेफर किया गया है।