class="post-template-default single single-post postid-1274 single-format-standard wp-custom-logo wp-embed-responsive jps-theme-newsup ta-hide-date-author-in-list" >


doctors strike indore

हड़ताल
– फोटो : न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर

विस्तार

मध्यप्रदेश में बुधवार से शुरू हुई डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का इंदौर में भी असर दिखा। दिन में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने सभी प्रमुख अस्पतालों के लिए अधिकारियों को तैनात किया लेकिन रात तक हालात बिगड़ गए। रात में सरकारी अस्पतालों से परिजन मरीजों को प्राइवेट अस्पताल ले जाते दिखे। सुबह खुद कलेक्टर ने पीसी सेठी अस्पताल में मोर्चा संभाला था। उनके साथ अन्य अधिकारी भी अलग अलग अस्पतालों में निगरानी कर रहे थे। प्रशासन ने व्यवस्था संभालने के लिए आयुष डॉक्टरों की तैनाती की थी। 

इन अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी

शासकीय चिकित्सकों की हड़ताल के मद्देनजर इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने चिकित्सा सुविधा सुचारू बनाए रखने के लिए पांच अपर कलेक्टरों को शहर के छह बड़े अस्पतालों में तैनात किया है। इसमें अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर को पीसी सेठी और बाणगंगा अस्पताल, अजय देव शर्मा को एमवाय, वंदना शर्मा को मांगीलाल चूरिया अस्पताल, सपना लोवंशी को हुकुमचंद अस्पताल और राधेश्याम मंडलोई को जिला अस्पताल का जिम्मा सौंपा है।

जारी रहेगी हड़ताल

मप्र मेडिकल टीचर एसोसिएशन, चिकित्सक संघ के आह्वान पर हड़ताल चल रही है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भी अब हड़ताल पर है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. विजेंद्र सिंह ने बताया हमने पुरानी मांगों पर जनवरी फरवरी में हड़ताल की थी। सरकार ने कमेटी बनाई थी लेकिन मसौदे को आगे नहीं बढ़ाया। ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने और स्टाइपेंड को बढ़ाने की मांग भी पेंडिंग है। प्रदेश के जिला अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर जो गए है, उनके रहने सहित अन्य व्यवस्था भी नहीं की गई है। प्रमोशन टाइम पर हो जैसे अन्य प्रमुख मांगों पर अभी तक ध्यान नहीं दिया गया है। इस वजह से फिर से हड़ताल की गई है। जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी हड़ताल जारी रहेगी। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *