
राजगढ़ में लाडली पुस्तकालय शुरू किए गए हैं।
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मध्यप्रदेश के राजगढ़ के कलेक्टर हर्ष दीक्षित का नवाचार सराहा जा रहा है। प्रदेश में भी इसकी चर्चा है। उन्होंने राजगढ़ जिले की 622 ग्राम पंचायतों में से 120 ग्राम पंचायतों में लाडली पुस्तकालय का शुभारंभ किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी की मोबाइल की लत को छुड़वाकर किताबों की ओर ध्यान आकर्षित कराना है।
बता दें कि प्रदेश के 52 जिलों में से एक राजगढ़ जिला नीति आयोग की पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है। इसमें स्वास्थ्य व पोषण सहित शिक्षा जैसे प्रमुख मुद्दे भी शामिल है। जिले को पिछड़ेपन से उबारने के लिए कलेक्टर हर्ष दीक्षित निरंतर प्रयासरत हैं और वे कुछ न कुछ नवाचार करते रहे हैं। इस बार उन्होंने 120 ग्राम पंचायतों में लाडली पुस्तकालय का शुभारंभ किया है। इसके पहले विकास यात्रा के दौरान ग्रामीणों को मिलने वाले हितलाभ की जानकारी एक ही जगह एकत्रित रखने के लिये उनके द्वारा किए गए नवाचार की प्रशंसा मंच से जिले के प्रभारी मंत्री मोहन यादव और ट्वीट के माध्यम से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान कर चुके हैं।
रोजाना आएंगे अखबार
जानकारी के अनुसार 120 ग्राम पंचायतों में शुरू की गई लाडली पुस्तकालय में पुस्तकें, अखबार, टीएलएम सहित अन्य लेखन सामग्री उपलब्ध रहेगी। पहले चरण में 120 पंचायतों की लाडली पुस्तकालय को अपडेट किया गया है। जिसके लिए अतिरिक्त पुस्तकें और रोजाना अखबार उपलब्ध करवाने का प्रबंध किया गया। धीरे-धीरे सभी पंचायतों में पुस्तकालय स्थापित करने की योजना है। इसके पहले भी कलेक्टर दीक्षित के मार्गदर्शन में जिले में सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस, डिजिटल लाइब्रेरी और रोबोटिंग लाइब्रेरी की शुरुआत भी की गई। लाइब्रेरी का मुख्य उद्देश्य युवाओं में मोबाइल की लत को छुड़वाकर पुस्तकें पढ़ने की ओर ध्यान आकर्षित करना एवं खासकर बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना, उनका जनरल नॉलेज अपडेट रखना है।
बायजूस करेगा मदद, बीएसएनएल देगा मुफ्त वाई-फाई
बता दें जिले की सभी पंचायतों में लाइब्रेरी स्थापित हो जाने के बाद दूसरे चरण में डिजिटल लाइब्रेरी की शुरुआत की जाएगी। बीएसएनएल ने उक्त पंचायतों में वाई-फाई मुफ्त देने की बात कही है। साथ ही कुछ स्कूलों और पंचायतों में बायजूस ने भी अपनी कोचिंग क्लासेस का पढ़ाई मटेरियल, पुस्तकें, वीडियो फुटेज इत्यादि मुफ्त में देने की बात कही है।
सुबह-शाम खुलेगा पुस्तकालय
पंचायतों में बनने वाले उक्त पुस्तकालय में फर्नीचर सहित सभी सामग्री उपलब्ध की गई हैं। इसमें पुस्तकों के साथ ही अखबार सुसज्जित रहेंगे। ये फर्नीचर पुस्तकें और अखबार इत्यादि मुहैया करवाने की जिम्मेदारी संबंधित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इत्यादि की रहेगी। कई पंचायतों ने अपने-अपने तरीके से नवाचार भी इन लाइब्रेरी के लिए किए हैं। लाइब्रेरी खोलने का समय सुबह और शाम का सुनिश्चित किया गया है।