
चंद्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर कॉलेज सीहोर को मिला ए ग्रेड
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सीहोर जिले के नाम एक और उपलब्धि आई है। सीहोर का पीजी कॉलेज अब ए-ग्रेड कॉलेज को गया है। सीहोर के शासकीय चंद्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय ने नैक मूल्यांकन में 3.12 सीजीपीए के साथ आगामी पांच वर्षों के लिये A ग्रेड प्राप्त किया है। चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोश्रर महाविद्यालय सीहोर में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बैंगलोर की नैक पीयर टीम द्वारा पिछले दिनों दो दिवसीय निरीक्षण किया गया था। इस निरीक्षण के परिणाम पर महाविद्यालय की ग्रेडिंग होना थी, जिसके आधार पर आगामी पांच वर्ष तक विभिन्न विकास कार्यों के लिए केन्द्र शासन एवं राज्य शासन की एजेंसियों से कॉलेज को अनुदान प्राप्त होता है। इस साल महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन रोहिला के मार्गदर्शन में नैक पीयर टीम के निरीक्षण को लेकर कॉलेज स्टॉफ ने काफी तैयारियां की थी। महाविद्यालय में जिम सेंटर, बॉटनीकल गार्डन, खेल मैदान, पुस्तकालय तथा विभिन्न प्रयोगशाालाओं को आधुनिकतम उपकरणों, पौधों एवं पुस्तकों से सुसज्जित किया गया था।
पांच साल पहले मिला था बी-ग्रेड
महाविद्यालय के आईक्यूएसी को-ऑर्डिनेटर डॉ. महेन्द्र आयन्यास नैक पीयर टीम के निरीक्षण के बाद कहा कि इस बार की तैयारियां और महाविद्यालय की विगत पांच वर्षों की उपलब्धियां पहले से बेहतर थीं और महाविद्यालय को अच्छी ग्रेड मिलने की पूरी संभावना बनी थी। बता देंस पांच वर्ष पूर्व नैक निरीक्षण पर महाविद्यालय को बी-ग्रेड प्राप्त हुआ था।
ऐसे होता है ग्रेड निरीक्षण
जानकारी के अनुसार नेक द्वारा सात बिंदुओं पर महाविद्यालयों का मूल्यांकन किया जाता है, जिसमें शासकीय चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय को केरीकूलर आस्पेक्ट्स में 3.55, टीचिंग, लर्निग एंड इवेल्यूएशन में 3.03, रिसर्च इनोवेशन्स एंड एक्सटेंशन में 1.86, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिर्सोसेस में 3.4, स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन में 3.5, गवर्नेंस लीडरशिप एंड मैनेजमेंट में 2.89 तथा इंस्टीट्यूशनल वेल्यूस एंड बेस्ट प्रेक्टिसेस में 3.8 औसत ग्रेड प्वाइंट प्राप्त हुए हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री ने दी बधाई
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाविद्यालय के प्राचार्य और प्रबंधन को नैक मूल्यांकन में ए-ग्रेड प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सुदृढ़ आधारभूत संरचना का निर्माण, वर्चुअल क्लासेस, इन्क्युबेशन सेंटर, ई-लायब्रेरी, जन-भागीदारी समिति का सशक्तिकरण, पूर्व छात्र परिषदों की सहभागिता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ई-कंटेट का निर्माण, शिक्षकों का गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण, सेमीनार कॉन्फ्रेंस, शोध-पत्रों एवं किताबों का प्रकाशन, सिम्पोजियम के साथ रोजगार एवं स्व-रोजगार के लिये प्रशिक्षण और प्लेसमेंट हेतु मेले का आयोजन किया जाता है। साथ ही महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के नैतिक मूल्यों के विकास के लिये बेस्ट प्रेक्टिसेस प्रायोजित कराई जाती हैं।