
सांकेतिक तस्वीर
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भोपाल में सप्ताह भर पहले भेल के आर्टिजन के साथ हनीट्रैप करने वाले गिरोह के खिलाफ जांच कर रहे गोविंदपुरा थाने के उपनिरीक्षक मुकेश स्थापक और प्रधान आरक्षक बृजेंद्र दाहिमा को डीसीपी जोन-2 श्रद्धा तिवारी ने निलंबित कर दिया है। दोनों की भूमिका आरोपियों को लेकर संदिग्ध पाई गई है। दोनों पर आरोपी गिरोह की महिला-पुरुषों के संपर्क में होने का गंभीर आरोप लगा है।
दोनों पुलिसकर्मियों को सोमवार देर रात डीसीपी जोन-2 ने भ्रमण के दौरान गोविंदपुरा थाने पहुंचकर मौखिक रूप से निलंबित करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार दोपहर दोनों के निलंबन के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इस मामले में पिपलानी और गोविंदपुरा थाने के दो-दो अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी पुलिस अधिकारी जांच कर रहे हैं। उन्हें भी आने वाले दिनों में निलंबित या लाइन अटैच किया जा सकता है।
बता दें कि 41 साल के एस सेंथिल कुमार पुत्र एम सुब्रमण्यिम भेल क्षेत्र में रहते हैं और भेल में आर्टिजन हैं। करीब महीने भर पहले उनका एक महिला से संपर्क हुआ, फिर उस महिला से करीबी की दोस्ती हो गई। यह दोस्ती उस वक्त हुई, जब डिलीवरी होने के कारण फरियादी की पत्नी तमिलनाडु गई हुई थी। आरोपी महिला का फरियादी के घर रोज आना-जाना शुरू हो गया। 15 अप्रैल को गिरोह की महिला फिर से फरियादी के घर आई और इस बार अपने साथ एक अन्य नाबालिग को भी लाई। दोनों महिलाएं फरियादी के साथ एक कमरे में मौजूद थीं। इसी बीच फरियादी के मकान का दरवाजा बाहर से खटखटाया गया। फरियादी ने जैसे ही दरवाजा खोला एक युवक पुलिस की वर्दी में और दूसरा सामान्य कपड़े में उनके घर घुस गए और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए ब्लैकमेल करने लगे।
आरोपियों ने डेढ़ लाख रुपये फरियादी से ठगे थे। बाद में और रुपये मांगने के बाद फरियादी ने थाने में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में महिला आरोपी गिरफ्तार हो चुकी है। जांच के दौरान आरोपियों से संपर्क और गिरफ्तारी नहीं होने, मिलीभगत के आरोपों के चलते ही जांच अधिकारी एसआई मुकेश स्थापक और हवलदार बृजेंद्र दाहिमा निलंबित किए गए हैं।