
किसान रामलोटन कुशवाहा
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जून रविवार 2021 को मन की बात में सतना जिले के जिस किसान की चर्चा की, वे वास्तव में सबसे अलग हैं। सतना के पिथौराबाद में रहने वाले किसान रामलोटन कुशवाहा ने अपने घर में ऐसे-ऐसे दुर्लभ औषधीय पौधे लगा रखे हैं, जिस पर यकीन करना मुश्किल है। उनका घर म्यूजियम की तरह लगता है।
गौरतलब है कि मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मिनट 10 सेकेंड के भाषण में सतना के रामलोटन कुशवाहा के बगीचे के 250 से ज्यादा औषधीय पौधों की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, देशवासियों को रामलोटन जी से सीख लेकर ऐसे प्रयोग करने चाहिए। इससे आमदनी भी बढ़ेगी और स्वास्थ्य लाभ भी होगा। रामलोटन कुशवाहा और पद्मश्री बाबूलाल दहिया आपस में मित्र हैं, रामलोटन उन्हीं के साथ मिलकर जैव विविधता के संरक्षण पर काम कर रहे हैं।
रामलोटन कुशवाहा ने बताया, उन्होंने पुरातन काल के जंगलों में मिलने वाले औषधीय पेड़ पौधों को अपनी बगिया में संजोकर रखा है। वे देशी प्रजाति की बीजों को भी संरक्षित कर रहे हैं। इनकी बगिया में वो औषधीय पेड़-पौधे हैं, जिनका जिक्र चरक संहिता में मिलता है।
इन पौधों में कई ऐसे पौधे हैं, जो बिलुप्त हो चुके हैं। इनकी बगिया में सतावर, काली मूसली, सफेद मूसली, हाथी पंजा, सामृद्ध कमरकस, लालवंती, बृजराज, जंगली अजवाइन, दहिमन, बालम खीरा आधी, नानिह पत्ती, काली हल्दी तीखुर सहित करीब 250 प्रजाति के पेड़-पौधे हैं।