
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में पहुंची ईओडब्ल्यू की टीम।
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शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2022 में की गई कुछ भर्ती और खरीदी के मामले में शुक्रवार को ग्वालियर से ईओडब्ल्यू टीम ने कार्रवाई की। टीम ने मेडिकल कॉलेज के दस्तावेजों को खंगाला। कॉलेज प्रबंधन से दस्तावेज मांगे गए हैं। डीन डॉ. केवी वर्मा का कहना है कि ईओडब्ल्यू टीम की मांगी जानकारी जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी।
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया है कि मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में भर्ती और खरीदी की एक शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है। शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से दस्तावेज मांगे गए थे, लेकिन यह दस्तावेज देने में आनाकानी की जा रही थी। इसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर यहां पर वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया और कुछ दस्तावेज मांगे हैं, जो मेडिकल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई है।
दूसरी ओर शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. केवी वर्मा का कहना है कि कोविड-19 में आपदा प्रबंधन के दौरान मेडिकल कॉलेज में सामग्री की खरीदी की गई थी। इस संदर्भ में ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा दस्तावेज मांगे गए थे जो उन्हें सुपुर्द कर दिए गए थे। इसके बाद भी उन्हें कुछ अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता है। उक्त दस्तावेज ईओडब्ल्यू की टीम को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
जैसे ही मेडिकल कॉलेज में ईओडब्ल्यू ने छापामार कार्रवाई की, यहां पर हड़कंप मच गया। इस छापामारी के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के दस्तावेजों को खंगालने में लगी रही। बताया जा रहा है कि वर्ष 2022 में ईओडब्ल्यू ग्वालियर में शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में बरती गई अनियमिताओं की कई शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज पर छापामार कार्रवाई की है।
शिकायत के बाद जब ईओडब्ल्यू ने जानकारी मांगी तो नहीं दी
ईओडब्ल्यू ग्वालियर में पदस्थ एसआई योगेंद्र दुबे ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती, नर्सिंग स्टाफ की भर्ती और कोरोना काल मे बड़ी मात्रा में खरीदी गई सामग्री की शिकायत ईओडब्ल्यू ग्वालियर में वर्ष 2022 में दर्ज कराई गई थी। लगातार डिपार्टमेंट के द्वारा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से जानकारी मांगी जा रही थी, लेकिन अभी तक मेडिकल कॉलेज के द्वारा मांगे गए दस्तावेजों को सुपुर्द नहीं किया गया था। आज इसी के चलते ईओडब्ल्यू ग्वालियर की टीम द्वारा शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। साथ ही सात दिवस के भीतर मांगे गए दस्तावेजों को सुपुर्द करने के निर्देश दिए गए हैं।
विधानसभा में उठ चुका कॉलेज का मामला
पूर्व में यहां पर मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ आदि की भर्ती को लेकर भी विधानसभा में मामला उठ चुका है। कमलनाथ सरकार के समय पिछोर के कांग्रेसी विधायक केपी सिंह ने विधानसभा में प्रश्न उठाया था। तत्कालीन मंत्री विजयलक्ष्मी साधो ने विधानसभा में इस प्रश्न के उत्तर में मेडिकल कॉलेज में भर्ती के मामले में अनियमितता को लेकर जांच की बात कही थी लेकिन जांच आज तक लंबित पड़ी हुई है।