
अवि शर्मा
– फोटो : न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
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मन की बात को 100 एपिसोड पूरे हो रहे हैं। कल रविवार को सुबह 11 बजे इसका प्रसारण होगा। मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर के अवि शर्मा का भी जिक्र कर चुके हैं। इंदौर के अवि को जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। उस समय पीएम मोदी ने अवि से आठ से दस मिनट तक बात की और उन्हें इस दौरान अपने जीवन से जुड़े कई अनुभव भी बताए।
बालमुखी रामायण लिखने से मिली लोकप्रियता
12 साल की छोटी उम्र में अवि शर्मा ने बालमुखी रामायण लिखी। सातवीं के छात्र अवि शर्मा ने अपनी प्रतिभा से पीएम मोदी को मुरीद बना लिया। पीएम से संवाद के दौरान अवि शर्मा ने उन्हें गीता का श्लोक भी सुनाया। बालमुखी रामायण प्रकाशित होने के बाद अवि ने इसकी कॉपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी को भेजी थी। पीएम मोदी से संवाद के दौरान अवि शर्मा ने कहा था कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान रामायण का प्रसारण शुरू हुआ था। रामायण देखने के दौरान प्रभु श्रीराम का कैरेक्टर मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। प्रभु श्रीराम को ही आदर्श मानते हुए बालमुखी रामायण लिखी है। इसमें संपूर्ण रामायण के कुछ खास बातों को लिया गया है। इसमें 250 छंद हैं।
कंप्यूटर प्रोग्राम माधव बनाया
अवि शर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। उन्होंने आवाज से चलने वाला एक कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया है, जिसका नाम माधव रखा है। इसका पूरा नाम मॉय एडवांस्ड डोमेस्टिक हैंडलिंग एआई वर्जन है। शॉर्ट नाम माधव है। इस प्रोग्राम के जरिए आप कंफ्यूटर को अपनी आवाज के जरिए ऑपरेट कर सकते हैं। अवि ने एक इंटरव्यू में बताया कि इसे करने में मुझे दो सप्ताह का वक्त लगा है। इसमें कई लैंग्वेज हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव रहते हैं। वह वैदिक गणित की क्लास लेते हैं। वैदिक गणित की क्लास में 120 छात्र हैं। इसमें 12वीं के छात्र भी हैं। साथ ही अवि मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। वह भारत की ग्लोरियस और रिच संस्कृति को प्रमोट करने का काम करते हैं। अवि सोशल मीडिया पर कई शो करते हैं। उन्होंने एक साल में 52 से अधिक नामी गिरामी हस्तियों का इंटरव्यू किया है। अवि का यह शो यूट्यूब पर सेलिब्रिटी कॉर्नर के नाम से आता है। अवि सफलता का श्रेय अपनी मां वनिता और पिता अमित शर्मा को देते हैं। इसके साथ ही अवि को राष्ट्रीय सायबर ओलंपियाड और अंतरराष्ट्रीय अंग्रेजी ओलंपियाड में जोनल पदक मिल चुके हैं।
पीएम ने की थी उमा भारती की तारीफ
पीएम मोदी ने अवि से बातचीत के दौरान एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती का उदाहरण देते हुए कहा था कि आज से 45-50 साल पहले उमा भारती जब छोटी थीं, तब गुजरात में उनका कार्यक्रम था। हम भी उन्हें सुनने चले गए, उनकी धारा प्रवाह व्याख्यान सुनकर मैं हैरान रह गया। वो संस्कृत भी बोलतीं थीं। चौपाई भी बोलती थीं। मंच पर बचपन वाली हरकतें भी करती थीं। पीएम मोदी ने बताया कि मध्यप्रदेश में ताकत है, यहां विद्वान बचपन में ही तैयार हो जाते हैं।
जनता से संवाद का माध्यम है मन की बात
हर महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे आकाशवाणी (Akashvani) और दूरदर्शन के चैनलों पर मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण होता है। मन की बात वह कार्यक्रम है जिसके जरिये भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नागरिकों को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्टूबर 2014 को किया गया। जुलाई 2021 में राज्यसभा में सूचना और प्रसारण मंत्री के एक बयान के अनुसार, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिन-प्रतिदिन के शासन के मुद्दों पर नागरिकों के साथ संवाद स्थापित करना है।