
मंगलवार को बीएससी फाइनल का बॉटनी विषय का दूसरा पेपर था।
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
सीहोर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बीएससी की परीक्षा देने 11वीं कक्षा का छात्र मास्क पहनकर पहुंच गया। शक होने पर मास्क हटवाया तो परीक्षक भी चौंक गए। पूछताछ में पता चला कि चचेरे भाई की शादी है और पिछले दिनों परिवार में गमी हो गई थी, इसलिए भाई की जगह वह परीक्षा देने आ गया। मामला चंद्रशेखर आजाद नोडल कॉलेज का है। फर्जी छात्र को कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने छात्र से पूछताछ की तो उसने खुद को 11वीं कक्षा का छात्र बताते हुए कहा कि वह उसके चचेरा भाई की जगह परीक्षा देने कॉलेज पहुंचा है। उसके चचरे भाई की शादी है और पिछले दिनों परिवार में गमी हो गई थी, इसलिए भाई की जगह वह परीक्षा देने आ गया। ज्ञात रहे कि इन दिनों कॉलेज परीक्षा दो पॉलियों में चल रही है। मंगलवार को बीएससी फाइनल का बॉटनी विषय का दूसरा पेपर था। रूम नंबर 62 में सभी परीक्षार्थी बैठ गए थे। परीक्षा 11 बजे से शुरू हो गई। इसके बाद ड्यूटी शिक्षक दीपक बकोदिया सहित अन्य ने सभी विद्यार्थियों का प्रवेश पत्र और फोटो मिलान शुरू किया। जब परीक्षक दीपक बकोदिया महात्मा गांधी कॉलेज के छात्र दीपसिंह पिता सलम सिंह की टेबल पर पहुंचे तो वहां परीक्षा दे रहे छात्र और प्रवेश पत्र की फोटो में अंतर दिखा। उन्होंने जैसे ही छात्र का मास्क उतरवाया तो वह भौंचक रह गए। परीक्षा रिकॉर्ड के फोटो और वहां परीक्षा दे रहा छात्र अलग-अलग थे। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना परीक्षा कंट्रोल रूम को दी।
कंट्रोल रूम प्रभारी प्रो. प्रमिला जैन इस छात्र को प्राचार्य के पास लेकर गईं। जब प्राचार्य डॉ. सुमल रोहिला ने छात्र से पूछताछ की तो बार-बार अलग-अलग जवाब देता रहा। ऐसे में प्राचार्य डॉ. रोहिला ने कोतवाली पुलिस को सूचना कर छात्र को पुलिस के हवाले कर दिया। टीआई नलिन बुधोलिया ने बताया कि छात्र से पूछताछ की गई है। वह अव्यस्क है और 11वीं का छात्र है।