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सार

थायरॉइड को नियंत्रित करने के लिए एबाॅट इंडिया लिमिटेड की थायरोनाॅर्म टैबलेट (थायरोक्सिन सोडियम) आती है। एक बैच में गलती से 25 Mcg की जगह 88 Mcg की टैबलेट आ गई। अब कंपनी पूरे बैच को वापस बुला रही है।

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थायरोनॉर्म टैबलेट्स
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

थायरॉइड के मरीज ध्यान दें। यह खबर खास तौर पर आपके लिए है। मुंबई की एबॉट कंपनी ने थायरॉइड के लिए बनी टैबलेट का एक बैच वापस मंगवाया है। दरअसल, 25 Mcg पॉवर वाली टैबलेट्स के पैक्स में 88 Mcg की दवा पैक हो गई है। कंपनी को गलती का पता चला तब तक यह बैच मध्यप्रदेश और तेलंगाना के कुछ शहरों में पहुंच चुका था। कंपनी ने ग्राहकों से आग्रह किया है कि वे केमिस्ट को यह दवा वापस करें। 

थायरॉइड को नियंत्रित करने के लिए एबाॅट इंडिया लिमिटेड कंपनी थायरोनाॅर्म टैबलेट (थायरोक्सिन सोडियम) बनाती है। इस टैबलेट के एक बैच पर गलती से 25 Mcg के पैकेट्स में 88 Mcg की टैबलेट्स आ गई। इस बैच का नंबर AEJ0713 है। इसे मार्च 2023 में ही बनाया गया है। और एक्सायरी डेट फरवरी 2025 की है। इस बैच की बिलिंग मध्यप्रदेश और तेलंगाना में की गई है। कंपनी ने सार्वजनिक सूचना जारी कर मरीजों से कहा है कि यदि इस बैच की गोली खरीदी गई है तो उसे वापस कर दें। कंपनी ने केमिस्टों को भी इस संबंध में सूचना जारी की है।

ज्यादा पॉवर की दवा जानलेवा नहीं

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष डाॅ. संजय लोंढे का कहना है कि थायरॉइड की दवा यदि ज्यादा पॉवर की ले ली है तो वह जानलेवा नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है। मरीजों को विकल्प के तौर पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उनसे सलाह लेकर ही दवाएं लेनी चाहिए। कंपनियों को इस तरह की गलतियों से बचना चाहिए।  

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