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Husband wife committed suicide, child kept crying hungry and thirsty for two days near the dead bodies

माता पिता के शव के साथ रहने वाला मासूम बच्चा
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

मंगलवार रात शहर के उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के मद्दी का बाजार इलाके में रहने वाले एक दंपती के शव घर के दो अलग-अलग कमरों में फांसी पर लटके मिले। पति पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन मौके पर पहुंचे परिजनों ने पारिवारिक कलह और नूर आलम के नशे का आदी होने को इस घटना की प्रमुख वजह बताया है। 

मृतक सोनू उर्फ नूर आलम पेशे से हेयर सैलून का काम करता था, उसका पत्नी शबाना से रोजाना झगड़ा हुआ करता था। दोनों की दस साल पहले शादी हुई थी और उनके तीन बच्चे भी हैं। हैरानी की बात यह है कि दंपती का डेढ़ साल का बच्चा दो दिनों तक अपनी मां की लाश के साथ कमरे में ही रहा। जब सोनू उर्फ नूर आलम के मकान से बदबू आने लगी तो लोगों ने उसकी मां को सूचना दी। घर अंदर से बंद था इसलिए पुलिस को भी मौके से पर बुलवाया गया। पुलिस की मौजूदगी में किसी तरह दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर देखा गया तो पति नूर आलम कमरे में छत के पंखे से फांसी पर झूलता मिला, उसकी लाश अकड़ गई थी, और डिकंपोज हो रही थी। कुछ यही हालात दूसरे कमरे में छत के कुंदे से लटक रही शबाना की लाश के साथ भी थे। पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों की मौजूदगी में लाशों का पंचनामा बनवाया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। 

मां बाप के शव के साथ रह रहे थे बच्चे

नूर आलम और शबाना का डेढ़ साल का बेटा जाहिद घर में ही कमरों में बंद था, जबकि  नूर आलम के दो बच्चे उसकी मां के पास ईद मनाने के लिए गए हुए थे। मां ने बताया कि सोनू उर्फ नूर आलम कुछ काम नहीं करता था और वह स्मैक और दूसरा सूखा नशा करता था। इस कारण घर में कलह होती थी। नशे की हालत में वह पत्नी और बच्चों के संग बेरहमी से मारपीट भी करता था। फिलहाल पुलिस ने दोनों की मौत को आत्महत्या ही करार दिया है, इसके साथ ही मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।



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