
भाजपा में शामिल हुईं अर्चना वर्मा।
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पूर्व राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा की पुण्यतिथि पर अर्चना वर्मा ने समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दिया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा। क्योंकि दोपहर तक अर्चना वर्मा सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अपने आवास पर पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। लेकिन जैसे ही वह लखनऊ के लिए रवाना हुईं तो समाजवादी पार्टी के नेता सक्रिय हो गए।
जानें कौन हैं अर्चना वर्मा
महापौर प्रत्याशी अर्चना वर्मा शाम पांच बजे अर्चना के भाजपा में शामिल होने की खबर सामने आई। अर्चना वर्मा पूर्व राज्यमंत्री स्वर्गीय राममूर्ति सिंह वर्मा की बहू हैं। राममूर्ति सिंह वर्मा सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। वहीं उनके बेटे राजेश वर्मा 2022 के विधानसभा चुनाव में ददरौल सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। अर्चना भी सपा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं।
बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर करती रही मना
बीजेपी में शामिल होने से पहले जब पत्रकारों ने अर्चना के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया। जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने कहा कि अर्चना वर्मा के सपा प्रत्याशी बनने के बाद से बीजेपी घबराई हुई है। उन्हें कोई मजबूत दावेदार नहीं मिल रहा है। इसलिए अभी तक उनकी पार्टी ने कोई चेहरा मैदान में नहीं उतारा है।
लखनऊ पहुंचते ही सपा में मचा हड़कंप
बता दें कि लखनऊ जाने से पहले फोन पर ही सारी बातें हो गई थी। इसके बाद ही अर्चना वर्मा यहां से निकलीं। लेकिन दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के नेताओं को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन शाम होते ही खबर आई कि अर्चना वर्मा लखनऊ पहुंच गई हैं। इसके बाद सपा में खलबली मच गई। पार्टी ने कई बार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन सभी रास्ते विफल रहे। करीब साढ़े चार बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय में अर्चना वर्मा ने पार्टी की सदस्याग्रहण कर ली।