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मध्य प्रदेश सरकार युवा नीति के तहत प्रदेश के 10 पॉलिटेक्निक कॉलेज में इंक्यूबेशन सेंटर खोलने जा रही है। यह सेंटर छात्रों के स्टार्टअप के आईडिया को आगे बढ़ाने को आगे बढ़ाने लांच पैड का काम करेंगे।
प्रदेश में युवा नीति-2023 की घोषणा की गई है। इसमें तकनीकी शिक्षा विभाग को 10 इंक्यूबेशन सेंटर बनाने का प्लान है। यहां पर छात्र अपने आईडिया पर काम करेंगे। उनको टीचर्स मदद करेंगे। इसके लिए पहले टीचर्स को स्टार्टअप प्रोफेसशनल से ट्रेनिंग कराई जाएगी। जिसके बाद टीचर्स छात्रों के अच्छे आईडिया को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। इन सेंटर के छात्रों का भारत सरकार के स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी होगा। वहीं, टीचर्स को मार्ग पोर्टल से जोड़ा जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों को स्टार्टअप के आईडिया पर काम करने के लिए ट्रेनिंग, सलाह और मेटंरिंग उपलब्ध कराई जाएगी। बेहतर आईडिया को आगे बढ़ाकर आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
एक सेंटर पर 3 करोड़ का खर्च
तकनीकी शिक्षा विभाग ने एक सेंटर पर तीन करोड़ रुपए का खर्च का अनुमान लगाया है। बजट स्वीकृति के लिए वित्त विभाग को लिखा गया है। विभाग के अनुसार राशि ट्रेनिंग, सेटअप, रजिस्ट्रेशन, मेंटरिंग समेत जरूरी संसाधन पर खर्च होंगी।
इन जगह खेलेंगे-
प्रदेश में भोपाल में सरकार वल्लभभाई पटेल पॉलिटेक्निक और महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में इंक्यूबेशन सेंटर खोले जाएंगे। इसके अलावा रीवा, सागर, उज्जैन, जबलपुर, नौगांव, शिवपुरी, ग्वालियर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में सेंटर खुलेंगे।
जल्द शुरू हो जाएंगे सेंटर
तकनीकी शिक्षा संचालनालय के कार्यालय प्रमुख डॉ. मोहन सेन ने बताया कि 10 सेंटर का प्रशासकीय अनुमोदन मिलने के बाद कॉलेज को लिखा गया है। जल्द ही सेंटर का संचालन शुरू हो जाएगा।