दक्षिण अफ्रीका से फरवरी में श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में आए 12 चीतों को बड़े-बाड़े में रिलीज कर दिया है। अब तक इन चीतों को पार्क में बने क्वारंटाइन बाड़ो में बंद रखा गया था। इन चीतों को छह वर्ग किलोमीटर के बड़े बाड़े में बने नौ एंक्लोजर में छोड़ा गया है, जिनमें दो-दो नर चीतो को, दो बाड़ों में, दो-दो के समूह में छोड़ा गया है। इसी तरह एक मादा जोड़ा को भी समूह में बड़े बाड़े में रिलीज किया गया है। इस तरह से तीन बाड़ों में छह चीतों को रिलीज किया है, जबकि शेष छह अफ्रीकी चीतों को अलग-अलग बाड़ों में छोड़ा गया है। बता दें, नामीबियाई तीन मादा चीता शियाया, सबाना और टीबलिसी एक अलग बाड़े में हैं। बड़े बाड़े में अब चीते खुद शिकार करेंगे।
डीएफओ प्रकाश वर्मा ने बताया कि सभी 12 दक्षिण अफ्रीकी चीतों को क्वारंटाइन बाड़े से बड़े-बाड़े में रिलीज कर दिया गया है। शुरुआत में जो चीते छोड़े गए थे, उनमें दो नर चीता समूह छोड़ा गया था, उसने शिकार कर लिया है। दो महीने भारत और करीब सात महीने दक्षिण अफ्रीका में क्वारंटाइन रहने के बाद दक्षिण अफ्रीकी चीतों को बड़े बाड़े के रूप में एक बड़ी जगह में आजादी मिली है, जहां पर वह खुद से शिकार कर सकते हैं। आजाद किए गए तीन नर चीतों में से जो नर जोड़ा समूह में छोड़ा गया था, उन्होंने चीतल का शिकार कर लिया है जबकि जो दक्षिण अफ्रीकी चीता रिलीज किया गया था अभी उसको शिकार में सफलता नहीं मिली है।
बता दें, सभी दक्षिण अफ्रीकी 12 चीतों को 18 फरवरी को कूनो नेशनल पार्क में बनाए गए 2500 वर्ग मीटर के क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ा गया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और राज्य वनमंत्री विजय शाह ने इन 12 चीतों को 18 फरवरी को रिलीज किया था।