
ट्रैंचिंग ग्राउंड में लगी आग
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इंदौर से कचरे के पहाड़ खत्म करने का दावे की पोल ट्रैंचिंग ग्राउंड मेें लगने वाली आग खोल रही है। रविवार सुबह फिर देवगुराडि़या ट्रैंचिंग ग्राउंड में हजारों टन कचरे के पहाड़ पर आग लग गई और आसपास के दो-तीन किलोमीटर क्षेत्र में धुंआ फैल गया। दोपहर 12 बजे तक लाखों लीटर पानी डालने के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका। यह दूसरा मौका है जब ट्रैंचिंग ग्राउंड मेें आग लगी है। इससे पहले 23 फरवरी को वहां आग लगी थी और एक जेसीबी भी जल गई थी।
कचरे में छह साल पहले आग लगने की घटनाएं आम बात थी, लेकिन स्वच्छता में पहला स्थान आने के बाद ट्रैंचिंग ग्राउंड से कचरे के पहाड़ नगर निगम ने खत्म कर वहां गार्डन बना दिया था। अब वहां इस तरह की घटना होगा कई तरह के सवाल खड़े कर रही है।
देवगुराड़िया पहाड़ी के पास ट्रैंचिंग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ बना हुआ है। यहां पूरे शहर का कचरा लाकर इकट्ठा किया जाता है। सुबह नगर निगम कर्मचारियों ने कचरे के एक हिस्से में धुआं उठते देखा। पहले उन्होंने खुद आग बुझाने की कोशिश की,लेकिन सफल नहीं हुए।इसके बाद फायर बिग्रेड को सूचना दी। दमकलें पहुंचने तक ग्राउंड के बडे हिस्से को धुएं ने अपनी जद में ले लिया।
धुएं के कारण आसपास के लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई।लाखों टन कचरे के पहाड़ में आग लगते ही आसपास के क्षेत्र में इसकी दुर्गंध फैल गई। धुएं का गुबार दूर से दिखाई दे रहा था।
मिथेन गैस के कारण आग नहीं बुझती जल्दी
आग बुझाने गए फायर ब्रिगेड के अफसर शोभाराम कुमार ने बताया कि कचरे को एक जगह जमा करने से मिथेन गैस बनती है। इस कारण आग जल्दी नहीं बुझ पा रही है और अलग-अलग ढेर में आग लग रही थी।