
पहली तस्वीर असली है, जबकि दूसरी तस्वीर छेड़छाड़ कर तैयार की गई।
– फोटो : सोशल मीडिया
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डिंडौरी निवासी एक युवक ने वर्ल्ड जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप जीतने वाले टीम के एक खिलाड़ी की तस्वीर से छेड़छाड़ करते हुए अपना चेहरा लगा दिया। इसके बाद उसे सोशल मीडिया में वायरल भी कर दिया। युवक जब डिंडौरी पहुंचा तो खेल विभाग के अधिकारियों व विधायक ने उसका गर्मजोशी से स्वागत किया। युवक तथा उसके पिता का सम्मान किया गया और गांव तक छोड़ने भी गए। दो दिन बाद जैसे ही फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
डिंडौरी जिले के रूसा ग्राम पंचायत निवासी सचिन कुशराम ने अपने परिवारजनों को वर्ल्ड जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप में खेलने और जीतने की खबर और फोटो शेयर की थी। परिजनों ने यह खबर अपने रिश्तेदार तथा परिचित जनों से शेयर की। खबर सोशल मीडिया के माध्यम से फैली तो लोगों उसे डिंडौरी तथा देश का गौरव बताने लगे। सचिन जब डिंडौरी पहुंचा तो बडी संख्या में लोग उसके स्वागत में खड़े थे। डिंडौरी बस स्टैंड से सचिन को खेल एवं युवक कल्याण विभाग कार्यालय ले जाया गया, वहां फूल माला से सचिन और उसके पिता मनोज कुशराम का स्वागत किया गया। ढोल धमाकों के साथ मिठाई का वितरण भी किया गया। डिंडौरी विधायक ओमकार मरकाम अपनी गाड़ी खुद चलाते हुए सचिन के गृह ग्राम रूसा माल छोड़ने गए थे।
बता दें कि सेकेंड जूनियर वर्ड कबड्डी चैंपियनशिप 2023 का आयोजन 26 फरवरी से पांच मार्च 2023 तक ईरान के उर्मिया शहर में किया गया था। टीम में नरेंद्र कंडोला, अंकुश राठी, सागर कुमार, जय भगवान, मंजीत शर्मा, आशीष मलिक, रोहित नंदेल, योगेश दहिया, सचिन, मनु देसवाल, अभिजीत मलिक, विजयंत और रिजर्व में प्रतीक दहिया, विनय और आशीष शामिल थे। सचिन कुशराम के जूनियर वर्ल्ड कबड्डी चैंपियनशिप टीम में खिलाड़ी के बतौर शामिल होने की बात जब वायरल होने लगी तो पूर्व खिलाड़ी अभिनव कटारे ने उसकी जांच की। उन्होंने यू ट्यूब और इंस्ट्राग्राम के जरिये खोजबीन प्रारंभ की तो पता चला कि जिस फोटो को सचिन कुशराम अपनी बता रहा है उसे एडिट किया गया है। वह फोटो हरियाणा जिले के योगेश दहिया निवासी कीडोली गांव की है, जो वर्ड जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप में टीम का खिलाड़ी था। इसके बाद शिकायत की।
पिता ने कहा- साजिश हो रही
शासकीय स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ मनोज कुशराम ने बताया कि बेटा क्रिकेट खेलता था। बारहवीं के बाद उसका एडमिशन इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में कराया गया। सेकेंड ईयर में पहुंचते ही उसने कहा कि पापा खेलने की वजह से मैं पढ़ाई नही कर पाऊंगा। इसलिये उसने वहां से टी सी लेकर महर्षि महाविद्यालय में एडमिशन करवा दिया गया। हमें जानकारी दी गई कि वह केरल में जगदीश कुंबले एकेडमी में खेलता है। मेरे बेटे के साथ साजिश हो रही है। उसने यह अकेले नहीं किया है उसके पीछे कोई है। उस गिरोह का पता लगाया जाए और मेरे बेटे को बचाया जाए।
पुलिस अधीक्षक डिंडौरी संजीव सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में अभिनव कराटे ने शिकायत की है। पुलिस ने प्रकरण को जांच में लेकर विवेचना प्रारंभ कर दी है। प्रकरण में विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी।