
जमीन विवाद में दिव्यांग की हत्या
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मुरैना जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर बेरखेड़ा गांव में जमीनी विवाद में सगे भाई को मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है। मृतक दिव्यांग वीरू कुशवाहा दिल्ली में मेट्रो में नौकरी करता था। कुछ दिन पूर्व अपने घर आया था, इस दौरान उसने जमीन खरीदी थी, जिसको लेकर उसके ताऊ, भाई और भाभी काफी नाराज हो गये। दिव्यांग से परिजनों ने काफी बहस की, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि दिव्यांग के सगे भाई ने अपनी पत्नी, ताऊ और गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या के साक्ष्य मिटाने के लिए युवक का अंतिम संस्कार बुधवार-गुरुवार की रात में ही कर दिया और राख और हड्डियों को नदी में बहा दिया। जब बेटा घर पर नहीं मिला तो मृत के पिता ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
मृतक की भतीजी ने बताया कि बाबा पिताजी और मां ने चाचा की लाठी डंडों से हत्या कर दी। मृतक के पिता ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने ज्ञात और एक दर्जन से अज्ञात अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि वीरू कुशवाह (उम्र 35 वर्ष निवासी बेरखेड़ा) दिल्ली मेट्रो में काम करता था। वह छुट्टी पर गांव आया हुआ था, किसी बात को लेकर उसका ताऊ बाबू कुशवाह और भाई महेश से विवाद हो गया, जिसके चलते ताऊ और भाई ने उसकी डंडे पत्थर से मार पीट कर हत्या कर दी। हत्या में भाई की पत्नी भी शामिल थी और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से उसके शरीर को रात्रि में जलाकर उसकी राख बांसरी नदी के पानी में फेंक दी। पुलिस ने जांच के दौरान नदी से कुछ जली हुई हड्डियां एवं चिता के अवशेष जब्त किए हैं। फॉरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है,फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।